Gold Price: 1 तोला सोने की कीमत में ₹8,000 की गिरावट, जाने ताजा भाव
Gold Price: सोने की कीमतों में अचानक भारी गिरावट आई है, जिसके तहत 1 तोला सोने की कीमत में ₹8,000 की गिरावट दर्ज की गई है। इस गिरावट के बाद अब 1 तोला सोने की कीमत काफी कम हो गई है, जिससे बाजार में हलचल मच गई है।

Top Haryana: इस साल सोने की कीमत (Gold Price) में 25 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी देखी गई थी, लेकिन अब सोने के दाम में करीब 8 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह गिरावट सोने में एक बड़ा झटका साबित हो रही है। वैश्विक अस्थिरता के बीच सोने के दामों में यह गिरावट लोगों को चौंका रही है। जहां अधिकांश विशेषज्ञों का मानना था कि सोने की कीमतें और बढ़ेंगी, अब उनकी भविष्यवाणियां गलत साबित हो रही हैं।
सोना फिर से आम आदमी की रेंज में-गिरावट ने बढ़ाया राहत का माहौल
इस साल सोने की कीमतें बेहिसाब बढ़कर आम आदमी की पहुंच से बाहर चली गई थीं, लेकिन अब दामों में गिरावट ने सोने को फिर से आम आदमी की रेंज में ला दिया है। 2025 में सोने की कीमतें 25 प्रतिशत से अधिक बढ़ी थीं, जिसके कारण ज्वेलरी खरीदने वाले लोग सोने से दूर हो गए थे। अब सोने के दामों में आई गिरावट से लोगों को राहत मिल रही है और वे फिर से सोने की खरीदारी में दिलचस्पी दिखा सकते हैं।
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सोना बना प्रमुख निवेश विकल्प
इस साल सोने में निवेशकों (Gold Investers) की रुचि में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है। 2025 में दस साल बाद ऐसा हुआ है कि निवेश के रूप में सोने की कीमतें पहली तिमाही में ही 7 प्रतिशत बढ़ी हैं। वहीं, दूसरी ओर ज्वेलरी की डिमांड 16 साल बाद 25 प्रतिशत तक गिर गई है। यह सब दर्शाता है कि इस साल सोना मुख्य रूप से निवेशकों की पहली पसंद बन चुका है, जबकि ज्वेलरी के लिए सोने की मांग में गिरावट आई है।
सोने के दाम पहुंचे 1 लाख के आंकड़े के पास, अब गिरावट का दौर
इस साल सोने के दाम ने एक नया रेकॉर्ब बनाया था, जब सराफा बाजार में 24 कैरेट प्योर गोल्ड की कीमत (24k Gold Rate) एक लाख रुपये को पार कर गई थी। वहीं, एमसीएक्स पर भी सोने के दाम 99 हजार 358 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच गए थे। लेकिन अब सोने के दामों में गिरावट का दौर शुरू हो गया है, और ये ऊंचाई से रिवर्स गियर में आ गए हैं।
सोने के दाम गिरने के कारण
सोने के दामों में गिरावट का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय राजनीति को माना जा रहा है। वैश्विक स्तर पर सोने के दाम गिरने के पीछे अमेरिका की ओर से टैरिफ को लेकर नरमी दिखाना भी एक बड़ा कारण है। अमेरिका ने 90 दिन के लिए टैरिफ को होल्ड कर दिया है और चीन के साथ बातचीत का माहौल बन रहा है, जिससे बाजार में अनिश्चितता कुछ हद तक कम हुई है, जिसके कारण सोने की मांग घट गई है।
इसके अलावा, सोने के दाम गिरने (falling gold prices) का एक और कारण यह है कि निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी है। सोने के दाम पहले ही काफी ऊंचे थे और ज्वेलरी की मांग भी कम थी, जिससे दामों में काफी गिरावट आई है।
सोने के दाम में भारी कमी
एमसीएक्स पर सोने की कीमत अपने ऑल टाइम हाई से लगभग 8,000 रुपये गिर चुकी है। 22 अप्रैल को सोने का दाम 99,358 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच गया था, जो शुक्रवार को घटकर 92,370 रुपये प्रति तोला रह गया। यानी, सोने की कीमत में करीब 8,000 रुपये की कमी आई है। हालांकि, शुक्रवार को एमसीएक्स पर सोना 92,700 रुपये पर बंद हुआ।
शाम तक, सोने की कीमत वीरवार के मुकाबले 63 रुपये ज्यादा रही, यानी 0.07 प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई। ये दाम रात 11:29 बजे के हैं। वहीं, शुक्रवार को सोने की कीमत 93,443 रुपये तक पहुंची। शुक्रवार को सोना 92,835 रुपये पर खुला था, जबकि वीरवार को यह 92,637 रुपये पर बंद हुआ था।
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