New Highway: नए हाईवे से बदलेगा बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ का नक्शा

Top Haryana: केंद्र सरकार देश भर में सड़कों के नेटवर्क को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम कर रही है। अब बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ को जोड़ने के लिए नए हाईवे का निर्माण किया जाएगा जो इन राज्यों के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा। इस परियोजना से ना केवल यात्रा की गति बढ़ेगी बल्कि स्थानीय किसानों और व्यापारियों को भी आर्थिक लाभ होगा।
झारखंड के विकास में नया योगदान
झारखंड में सड़कों के निर्माण को लेकर बड़े प्रयास किए जा रहे हैं। गढ़वा, पलामू और गुमला जिलों में दो प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है।
इनमें से एक परियोजना में पलामू के शंखा से गढ़वा के खजूरी तक 1 हजार 129 करोड़ की लागत से फोरलेन सड़क बनाई जाएगी। इसके अलावा छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा से गुमला शहर तक 32 किलोमीटर लंबी 1 हजार 330 करोड़ की लागत वाली फोरलेन सड़क परियोजना का शुभारंभ किया गया है।
केंद्र सरकार का समर्थन
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि झारखंड की समृद्धि के लिए केंद्र सरकार कभी भी वित्तीय मदद की कमी नहीं होने देगी। राज्य सरकार जब भी सड़क निर्माण के लिए प्रस्ताव लाएगी उसे मंजूरी देने में देर नहीं की जाएगी। यह कदम झारखंड के विकास को गति देने में मदद करेगा।
सांसदों की मांग पर स्वीकृति
पलामू के सांसद विष्णु दयाल राम चतरा के सांसद कालीचरण सिंह और गढ़वा के विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने इन सड़क परियोजनाओं के लिए आग्रह किया था जिसे केंद्र सरकार ने मंजूरी दी। इन परियोजनाओं के माध्यम से स्थानीय लोगों का सफर आसान होगा और यातायात में तेजी आएगी।
भूमि अधिग्रहण और किसानों को लाभ
इन राजमार्ग परियोजनाओं के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। यह किसानों के लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि उन्हें उनकी जमीन के बदले उचित मुआवजा मिलेगा। साथ ही इससे उनके लिए नए आर्थिक अवसर भी उत्पन्न होंगे।
जलस्तर वृद्धि और जल संरक्षण
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सुझाव दिया कि NHAI द्वारा फोरलेन सड़कों के निर्माण के दौरान निकाली गई मिट्टी का उपयोग तालाबों के निर्माण में किया जाए। इससे झारखंड में जलस्तर बढ़ेगा और किसानों के लिए पानी की उपलब्धता बेहतर होगी।
रियल एस्टेट की संभावना
इन सड़कों के निर्माण से आसपास के क्षेत्रों में ढाबे रेस्टोरेंट और बाजार जैसे व्यापारिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी। इससे न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे बल्कि रियल एस्टेट क्षेत्र में भी तेजी आएगी।