Haryana news: हरियाणा में बसेगा नया औद्योगिक शहर, इन जिलों के 9 गांव होंगे शामिल

Top Haryana news: हरियाणा सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है जिसके तहत राज्य में एक नया औद्योगिक शहर बसाया जाएगा। यह शहर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जोड़ने वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के किनारे विकसित किया जाएगा।
इस पूरे प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी HSIIDC (हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं बुनियादी ढांचा विकास निगम) को दी गई है।
फरीदाबाद और पलवल के गांव होंगे शामिल
इस परियोजना के तहत फरीदाबाद और पलवल जिलों के 9 गांवों की लगभग 9 हजार एकड़ जमीन सरकार द्वारा खरीदी जाएगी। इन गांवों में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे जिससे आसपास के इलाकों को रोजगार और विकास के नए अवसर मिलेंगे।
फरीदाबाद जिले में छांयसा और मोहना, पलवल जिले में मोहियापुर, बागपुर कलां, बागपुर खुर्द, बहरौला, हंसापुर, सोलड़ा और थंथरी गांव को शामिल किया गया है।
HUDA सेक्टरों का भी होगा विस्तार
सिर्फ औद्योगिक विकास ही नहीं, बल्कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) की ओर से कई सेक्टरों को भी बढ़ाया जाएगा। जिन गांवों को नए सेक्टरों के लिए चुना गया है।
उनमें खेड़ी कलां, नचौली, ताजुपुर, ढहकौला, शाहबाद, बदरपुर सैद, साहुपुरा, सोतई, सुनपेड़, मलेरना, जाजरू, भैंसरावली, फत्तुपुरा, भुआपुर, जसाना, फरीदपुर, सदपुरा और तिगांव शामिल हैं।
यहां सेक्टर 94A, 96, 96A, 99, 100, 101, 102, 103, 140, 141 और 142 विकसित किए जाएंगे। इससे इन गांवों की जमीन की कीमत में बड़ा इजाफा हो सकता है।
किसानों को मिलेगा बड़ा फायदा
सरकार के इस फैसले से सबसे ज्यादा फायदा किसानों को होने वाला है। जमीन अधिग्रहण के बदले उन्हें अच्छा मुआवजा मिलेगा। पहले भी जब साल 2005 में नहरपार इलाके में प्राइवेट बिल्डरों ने जमीन खरीदी थी तो किसानों को प्रति एकड़ 2-3 करोड़ रुपये तक मिले थे।
अब सरकार वर्ष 2031 की विकास योजना को ध्यान में रखते हुए इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा रही है। इसमें अनुमान है कि उस समय तक क्षेत्र की जनसंख्या 42 लाख तक पहुंच जाएगी। इसी के आधार पर रियल एस्टेट और बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है।
रोजगार और विकास को मिलेगा बढ़ावा
इस औद्योगिक शहर और नए सेक्टरों के निर्माण से जहां एक तरफ किसानों को मुआवजा मिलेगा वहीं दूसरी तरफ रोजगार के नए अवसर, व्यापारिक गतिविधियों में इजाफा और रियल एस्टेट की मांग भी बढ़ेगी। इससे पूरे क्षेत्र का सामाजिक और आर्थिक विकास होगा।