Haryana news: हरियाणा की गौशालाएं होंगी आत्मनिर्भर, महिलाओं को डेयरी के लिए बिना ब्याज लोन

Top Haryana: हरियाणा सरकार अब गौशालाओं को केवल गायों की सेवा तक सीमित नहीं रखना चाहती। राज्य की नई सरकार ने तय किया है कि गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा ताकि वे अपने खर्च खुद उठा सकें और रोजगार के नए अवसर भी पैदा हों।
इसके लिए हर गौशाला में गोबर गैस प्लांट लगाने की योजना बनाई गई है। इससे गैस बनाई जाएगी जो ऊर्जा का स्रोत बनेगी। साथ ही गोबर और दूध से नए-नए उत्पाद बनाकर बेचे जाएंगे।
गोबर से गैस, पेंट और दूध से बनेगा घी व मिठाई
पशुपालन मंत्री श्याम सिंह राणा ने अधिकारियों के साथ बैठक करके दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि गौशालाओं में गोबर से गैस तैयार की जाएगी और गोबर से ही इको-फ्रेंडली पेंट भी बनाया जाएगा। इसके अलावा, दूध से घी, मिठाइयां और अन्य डेयरी उत्पाद तैयार किए जाएंगे। इससे गांवों में छोटे स्तर पर उद्योग शुरू हो सकेंगे और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
गौशालाएं बनेंगी सूक्ष्म उद्योग केंद्र
राज्य सरकार की योजना है कि गौशालाएं केवल सेवा स्थल न रहें बल्कि सूक्ष्म उद्योग केंद्र के रूप में विकसित हों। इससे गौशालाएं अपनी जरूरतों के लिए सरकार पर निर्भर नहीं रहेंगी और खुद की आय से चल सकेंगी। इन उत्पादों की बिक्री से होने वाली आय का इस्तेमाल गायों की देखभाल और गौशालाओं के रखरखाव में किया जाएगा।
महिलाओं को मिलेगा डेयरी के लिए लोन
पशुपालन मंत्री ने महिलाओं के लिए एक बड़ी घोषणा की है। अब महिलाएं डेयरी फार्मिंग के लिए 1 लाख रुपए तक का बिना ब्याज वाला लोन ले सकेंगी। इससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा और वे पशुपालन के क्षेत्र में अपनी पहचान बना सकेंगी।
कई योजनाएं लागू होंगी
सरकार देशी सांड के सीमन की लिंग आधारित छंटाई के लिए लैब बनाने, गौ सेवा आयोग के तहत रजिस्टर्ड गौशालाओं में नए शेड तैयार करने, गौ अभयारण्य स्थापित करने जैसी योजनाओं पर भी काम कर रही है। साथ ही पशु चिकित्सा संस्थानों में दवाइयों और आधुनिक जांच उपकरणों की सुविधा भी बढ़ाई जाएगी। जो पशु अस्पताल जर्जर हालत में हैं उन्हें मरम्मत कर फिर से तैयार किया जाएगा।