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Haryana News: अंबाला की टांगरी नदी उफान पर, दो साल पुरानी बाढ़ की डरावनी यादें फिर हुईं ताजा

Haryana News: अंबाला में बहने वाली टांगरी नदी का जलस्तर तेज बारिश से अचानक बढ़ गया है, जानें पूरी खबर...
 
Haryana News: अंबाला की टांगरी नदी उफान पर, दो साल पुरानी बाढ़ की डरावनी यादें फिर हुईं ताजा
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Top Haryana: पिछले कुछ दिनों से पहाड़ों में लगातार तेज बारिश हो रही है जिसका असर अब हरियाणा के मैदानी इलाकों में भी दिखने लगा है। अंबाला में बहने वाली टांगरी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है जिससे आसपास के इलाकों में डर का माहौल बन गया है। लोगों दो साल पहले आई बाढ़ का नुकसान झेल चुके हैं।

दो साल पहले हुआ था भारी नुकसान
स्थानीय लोगों को अब 2023 की बाढ़ की घटनाएं याद आ रही हैं जब टांगरी नदी का पानी आसपास के रिहायशी इलाकों में घुस गया था और कई घरों दुकानों को नुकसान हुआ था। लोगों का कहना है कि उस समय वे बहुत परेशान हुए थे और अब फिर से वही डर सताने लगा है।

प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
नदी के किनारे रहने वाले लोगों का आरोप है कि इस बार प्रशासन की ओर से उन्हें कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई। पहले जब भी नदी का जलस्तर बढ़ता था तो प्रशासन की तरफ से मुनादी (लाउडस्पीकर से घोषणा) की जाती थी ताकि लोग सतर्क हो जाएं।

लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ। लोगों का कहना है कि अभी पानी का स्तर नियंत्रण में है लेकिन अगर बारिश और हुई या पहाड़ों से और पानी आया तो उनके घरों में पानी घुस सकता है।

अंबाला छावनी नगर परिषद की चेयरपर्सन स्वर्ण कौर ने जानकारी दी कि इस समय टांगरी नदी में करीब 10 हजार क्यूसेक पानी बह रहा है जो खतरे की स्थिति मानी जाती है। उन्होंने बताया कि प्रशासन सतर्क है लेकिन डर का माहौल फिर भी बना हुआ है क्योंकि पहले भी इसी तरह से लोगों को नुकसान हुआ था।

चेयरपर्सन स्वर्ण कौर ने बताया कि प्रशासन ने पहले से नदी की खुदाई करवा दी थी जिससे अब पानी के बहाव में आसानी हो रही है और बाढ़ का खतरा कुछ हद तक टल गया है। इसके अलावा लोगों को हेल्पलाइन नंबर भी दिए गए हैं जिन पर वे आपात स्थिति में तुरंत संपर्क कर सकते हैं।

लोगों से अपील रहें सतर्क और अलर्ट
चेयरपर्सन और प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे नदी के किनारे जाने से बचें और स्थिति को हल्के में न लें। अगर उन्हें कोई खतरा महसूस हो तो तुरंत प्रशासन से संपर्क करें। मौसम विभाग से भी लगातार संपर्क बनाए रखा जा रहा है ताकि किसी भी आपदा से पहले तैयारी की जा सके।