top haryana

Haryana news: हरियाणा के इस जिले की 65 वैध कॉलोनियों के लिए खुशखबरी, सबसे बड़ी अड़चन होगी दूर

Haryana news: हरियाणा के इस जिले के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है, आइए जानें विस्तार से...
 
वैध कॉलोनियों
WhatsApp Group Join Now

Top Haryana: फरीदाबाद के लोगों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। खासकर उन लोगों के लिए जो साल 2014 के बाद वैध हुई कॉलोनियों में रह रहे हैं और अब तक अपनी प्रॉपर्टी आईडी नहीं बनवा पाए थे।

दरअसल इन कॉलोनियों के सीमांकन (boundary marking) में गड़बड़ी के कारण लोगों को लंबे समय से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। अब फरीदाबाद नगर निगम ने इस समस्या को दूर करने के लिए बड़ा कदम उठाया है।

GIS पोर्टल पर सीमांकन की गड़बड़ी बनी थी परेशानी की वजह
नगर निगम की ओर से बताया गया कि 2014 से अब तक फरीदाबाद में 80 से ज्यादा कॉलोनियों को वैध किया गया है लेकिन इनमें से 66 कॉलोनियों का सीमांकन पूरी तरह से GIS (जियोग्राफिक इंफॉर्मेशन सिस्टम) पोर्टल पर दर्ज नहीं किया गया था।

इसी वजह से जब लोग अपने प्लॉट की प्रॉपर्टी आईडी बनवाने नगर निगम कार्यालय पहुंचे, तो वहां पता चला कि उनका प्लॉट जिस खसरा या किल्ला नंबर में आता है। वह पोर्टल पर मौजूद ही नहीं है।

लोगों का कहना है कि उनकी कॉलोनी तो वैध हो चुकी है, यहां तक कि पड़ोसी की प्रॉपर्टी आईडी भी बन गई है लेकिन उनका रिकॉर्ड पोर्टल पर नहीं है। जिससे उनका काम अटक गया।

अब रिकॉर्ड को पोर्टल पर दुरुस्त करने का काम शुरू
नगर निगम प्रशासन ने अब इन कॉलोनियों के सीमांकन को दुरुस्त करने का निर्णय लिया है। इसके तहत कॉलोनी की वैध ड्राइंग और कागजी रिकॉर्ड को GIS पोर्टल पर अपडेट किया जाएगा ताकि किसी भी प्लॉट का सीमांकन सही तरीके से दिख सके और प्रॉपर्टी आईडी बनाने में कोई अड़चन न आए।

इसके लिए नगर निगम के जेई (जूनियर इंजीनियर) और पटवारी ने शहरी स्थानीय निकाय (ULB) मुख्यालय जाकर पोर्टल पर सुधार की प्रक्रिया शुरू कर दी है। फिलहाल कुछ कॉलोनियों का रिकॉर्ड पहले ही ठीक किया जा चुका है और बाकी का काम भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा।

मानवीय भूल बनी थी देरी की वजह
नगर निगम ने स्वीकार किया है कि कई बार मानवीय भूल के कारण सीमांकन का पूरा रिकॉर्ड पोर्टल पर दर्ज नहीं हो पाता। कॉलोनी के सीमावर्ती (बॉर्डर) क्षेत्रों में यह समस्या अधिक देखने को मिल रही थी।

अब जब यह खामी सामने आई है तो निगम ने तुरंत सुधार की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि अगले महीने तक यह पूरा काम पूरा कर लिया जाएगा और सभी वैध कॉलोनियों के लोगों को अपनी प्रॉपर्टी आईडी बनवाने में कोई परेशानी नहीं होगी।