Breaking News: शिक्षा मंत्रालय की नई गाइडलाइंस, अब आंगनबाड़ी और प्राथमिक स्कूल एक ही कैंपस में

Top Haryana: अब बच्चों के लिए एक नया माहौल तैयार किया जाएगा। गनबाड़ी में घंटी बजेगी बच्चे प्रार्थना करेंगे और वे वर्दी पहनकर पढ़ाई करने आएंगे। सरकार का उद्देश्य बच्चों को शुरूआत से ही शिक्षा और पोषण दोनों की सुविधा देना है।
एक ही कैंपस में आंगनबाड़ी और प्राथमिक स्कूल
हाल ही में शिक्षा मंत्रालय ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं जिसके तहत आंगनबाड़ी और प्राथमिक स्कूल एक ही कैंपस में चलेंगे। यह कदम बच्चों को बचपन से ही शिक्षा से जोड़ने के लिए उठाया गया है।
इस योजना का ऐलान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम में किया। इस दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी भी मौजूद थीं।
बच्चों के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण कदम
महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "विकसित भारत" मिशन को सफल बनाने के लिए यह कदम महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि बिना गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं और प्री-स्कूल बच्चों की देखभाल किए बिना हम एक सुरक्षित भविष्य नहीं बना सकते। इस नई पहल से बच्चों के शुरुआती सालों में ही शिक्षा की शुरुआत हो जाएगी, जो उनके भविष्य के लिए फायदेमंद साबित होगा।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए नया शिक्षण मॉड्यूल
अन्नपूर्णा देवी ने उन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए एक नया शिक्षण मॉड्यूल भी प्रस्तावित किया है जो कक्षा 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद शिक्षा में रुचि रखते हैं।
इस पहल से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के स्कूलों को डिजिटल शिक्षा के संसाधनों से जोड़ा जाएगा। पहले ये संसाधन केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित थे लेकिन अब यह डिजिटल पहल इन क्षेत्रों के बच्चों को भी समान अवसर प्रदान करेगी।
शिक्षा में ए.आई. का बढ़ावा
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह भी बताया कि शिक्षा मंत्रालय शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के उपयोग को बढ़ावा देने पर जोर दे रहा है। इसके तहत अगले तीन सालों में लगभग दो लाख सरकारी और निजी हाई स्कूलों में ब्रॉडबैंड की सुविधा पहुंचाने की योजना बनाई जा रही है। इससे विद्यार्थियों को बेहतर डिजिटल शिक्षा प्राप्त होगी जो आज के समय में अत्यधिक जरूरी है।