Baba Neem karoli Dham: नीम करोली बाबा के दरबार से मिलती है जीवन की नई राह, इन संकेतों को मिलते ही जरूर जाएं कैंची धाम

Top Haryana: बाबा नीम करोली को कलयुग में हनुमान जी का अवतार माना गया है। उत्तराखंड के नैनीताल के पास स्थित कैंची धाम को बाबा का प्रमुख मंदिर माना जाता है। यहां पर हर साल हजारों की संख्या में देश-विदेश से भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
कहां स्थित है कैंची धाम
नीम करोली बाबा का यह पवित्र धाम उत्तराखंड के नैनीताल जिले से करीब 17 किलोमीटर दूर अल्मोड़ा रोड पर स्थित है। यहां पहाड़ की आकृति कैंची जैसी दिखाई देती है, इसलिए इसे "कैंची धाम" कहा जाता है।
बाबा ने इस आश्रम की स्थापना वर्ष 1960 में की थी। यहां से सटी नदी और शांत वातावरण इस स्थान को और भी आध्यात्मिक बना देते हैं। हर साल 15 जून को यहां विशाल भंडारे का आयोजन होता है जिसमें लाखों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं।
कैंची धाम का महत्व
कहा जाता है कि कैंची धाम पहुंचते ही मन और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है। यहां बाबा के दर्शन करने से लोगों को मानसिक शांति और जीवन में नई दिशा मिलती है।
जो व्यक्ति जीवन में संकटों से घिरा हो उसे यहां आकर समाधान मिल सकता है। बाबा के भक्त मानते हैं कि यहां सच्चे मन से की गई प्रार्थना जरूर पूरी होती है। यहां रोज हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है जिससे भक्तों को विशेष शांति मिलती है।
बाबा के बुलावे के संकेत
ऐसी मान्यता है कि बाबा नीम करोली जिसे बुलाते हैं उसे पहले ही कुछ संकेत मिलने लगते हैं। जैसे बार-बार बाबा का नाम सुनाई देना, सपनों में बाबा का आना, कोई जान-पहचान वाला आपको कैंची धाम जाने की सलाह देना, मन में बार-बार वहां जाने की इच्छा होना और अचानक से जीवन में बदलाव महसूस होना। अगर आपको भी ऐसे संकेत मिल रहे हैं तो समझ लीजिए कि बाबा आपको अपने पास बुला रहे हैं।
कौन सा भोग चढ़ाएं बाबा को
नीम करोली बाबा को सेब और जलेबी बहुत पसंद थे। मान्यता है कि अगर आप बाबा के मंदिर में सेब और जलेबी का भोग लगाते हैं तो बाबा जल्दी प्रसन्न होते हैं और कृपा बरसाते हैं। यहां आने वाले भक्त अक्सर ये भोग अर्पित करते हैं और मनोकामनाएं पूरी होने की प्रार्थना करते हैं।