top haryana

Raxaul Airport:  62 साल बाद फिर शुरू होगा, छह गांवों की जमीन होगी अधिग्रहित

Raxaul Airport: भारत सरकार ने 62 साल बाद रक्सौल एयरपोर्ट फिर बनाएगी, इन गांवों को देनी पड़ेगी जमीन, आइए जानें पूरी खबर...
 
Airport
WhatsApp Group Join Now

Top Haryana: बिहार के रक्सौल में एक बार फिर से एयरपोर्ट बनाने की तैयारी चल रही है। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित यह एयरपोर्ट अब नागरिक उड़ानों के लिए शुरू किया जाएगा। इससे न केवल यात्रियों को फायदा मिलेगा बल्कि दोनों देशों के बीच व्यापार और आवाजाही भी आसान हो जाएगी।

रक्सौल एयरपोर्ट का निर्माण भारत सरकार और बिहार सरकार की संयुक्त पहल से हो रहा है और यह योजना अब अपने अंतिम चरण में पहुंच रही है।

62 साल पुराना एयरपोर्ट फिर होगा चालू

रक्सौल एयरपोर्ट की शुरुआत साल 1962 में भारत-चीन युद्ध के समय हुई थी। उस समय इसे सेना के विमानों की आपात लैंडिंग के लिए तैयार किया गया था। पिछले कई दशकों से यह एयरपोर्ट बंद पड़ा था। अब 62 साल बाद इसे नागरिक उड़ानों के लिए फिर से चालू करने की योजना है। इसके शुरू होने से बिहार और नेपाल के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

6 गांवों की 139 एकड़ जमीन का अधिग्रहण

रक्सौल एयरपोर्ट के विस्तार के लिए सरकार 139 एकड़ नई जमीन का अधिग्रहण करेगी। पहले से एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के पास 137 एकड़ जमीन मौजूद है। अब जो नई जमीन ली जाएगी, वह रक्सौल अंचल के छह गांवों चिकनी, सिंहपुर, सिसवा, एकडेरवा, भरतमही और चंदौली  से ली जाएगी। लगभग 400 किसानों की जमीन इस अधिग्रहण में शामिल होगी। सरकार ने साफ किया है कि जिन लोगों की जमीन ली जाएगी उन्हें पूरा मुआवजा दिया जाएगा।

सरकार कर रही पूरी निगरानी

इस परियोजना को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर तेजी से काम कर रही हैं। 6 दिसंबर 2024 को राज्य सरकार के मुख्य सचिव ने इस प्रोजेक्ट की समीक्षा की थी। इसके बाद 24 दिसंबर को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार एयरपोर्ट के लिए जरूरी सारी जमीन उपलब्ध कराएगी। इससे साफ है कि सरकार इस काम को लेकर गंभीर है।

आर्थिक और सुरक्षा के लिहाज से फायदेमंद

रक्सौल एयरपोर्ट के शुरू होने से इस इलाके को बड़ा फायदा मिलेगा। यह क्षेत्र एक आर्थिक केंद्र के रूप में विकसित हो सकता है। नेपाल से सटे होने की वजह से दोनों देशों के बीच व्यापार पर्यटन और सुरक्षा व्यवस्था भी बेहतर होगी। जानकारों के अनुसार एयरपोर्ट चालू होने के बाद आसपास के गांवों और कस्बों में व्यापार उद्योग और रोजगार के नए मौके खुलेंगे। इससे स्थानीय लोगों को भी काफी लाभ होगा।