Haryana news: हरियाणा के इन 10 जिलों में बनेंगी नई टाउनशिप, जमीनों के दाम होंगे दोगुने

Top Haryana: हरियाणा सरकार ने राज्य के 10 जिलों में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप (औद्योगिक नगर) बनाने का बड़ा फैसला लिया है। सरकार का मानना है कि इस योजना से लोगों को रोजगार मिलेगा, कारोबार बढ़ेगा और जमीनों के दामों में भी इजाफा होगा। यह टाउनशिप बड़े हाइवे और एक्सप्रेसवे के किनारे बनाई जाएंगी ताकि कनेक्टिविटी अच्छी हो और उद्योगों को फायदा मिल सके।
कहां बनेंगी ये टाउनशिप?
सरकार ने 10 जिलों सिरसा, कैथल, भिवानी, नारनौल, जींद, अंबाला, गुरुग्राम, फरीदाबाद (ग्रेटर फरीदाबाद), हिसार (महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट के पास), नारनौल (एक और स्थान) को इस योजना में शामिल किया है। इन टाउनशिप को दिल्ली-कटरा नेशनल एक्सप्रेसवे-5, नारनौल-अंबाला एक्सप्रेसवे (152D) और डबवाली-पानीपत हाइवे के आस-पास विकसित किया जाएगा। सरकार और नीति आयोग ने मिलकर इन जगहों को चिन्हित किया है।
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गुरुग्राम और फरीदाबाद पर खास ध्यान
सरकार का खास फोकस गुरुग्राम और फरीदाबाद पर रहेगा क्योंकि इन शहरों में पहले से ही बड़ी कंपनियां और फैक्ट्रियां मौजूद हैं। यहां ऑटोमोबाइल, मैन्युफैक्चरिंग और मल्टीनेशनल कंपनियों का अच्छा नेटवर्क है। इन शहरों को दिल्ली-एनसीआर का औद्योगिक केंद्र बनाने की दिशा में यह योजना अहम साबित होगी।
किसे होगा फायदा?
इस योजना से हजारों लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। खासतौर पर MSME (छोटे और मझोले उद्योग) को इसका बड़ा फायदा मिलेगा। यह योजना ‘मेक इन इंडिया’ और ‘लोकल टू ग्लोबल’ जैसे अभियानों को भी मजबूती देगी।
बनेंगे औद्योगिक क्लस्टर
दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे के दोनों ओर ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल और फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज के लिए खास जगह बनाई जाएगी। इससे गुरुग्राम, कैथल और जींद को सीधा फायदा मिलेगा। नारनौल-अंबाला एक्सप्रेसवे के किनारे छोटे उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। डबवाली-पानीपत हाइवे के आसपास इलेक्ट्रॉनिक्स और पेट्रोकेमिकल सेक्टर को बढ़ावा दिया जाएगा।
अंदरूनी जिलों में भी हो रहा सर्वे
सरकार ने अधिकारियों को कहा है कि इन 10 जिलों के अलावा हरियाणा के अंदरूनी हिस्सों में भी सर्वे किया जाए ताकि जहां जमीन उपलब्ध हो, वहां भी ऐसी टाउनशिप बनाई जा सकें।
नतीजा क्या होगा?
इस पूरी योजना से हरियाणा में औद्योगिक विकास को रफ्तार मिलेगी। लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और जमीनों की कीमतों में भी बढ़ोतरी की उम्मीद है। खासकर जिन जिलों में एक्सप्रेसवे या हाईवे बन रहे हैं, वहां की अर्थव्यवस्था को बड़ा फायदा हो सकता है।
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