Namo Bharat Train: दिल्ली से अलवर तक चलेगी नमो भारत ट्रेन, हरियाणा के लोगों को भी मिलेगा फायदा

Top Haryana: दिल्ली से राजस्थान के अलवर तक जल्द ही नमो भारत ट्रेन (Namo Bharat) शुरू होने वाली है। इस ट्रेन को रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) के तहत चलाया जाएगा।
जिससे दिल्ली और एनसीआर के लोगों को तेज और आरामदायक यात्रा की सुविधा मिलेगी। खास बात यह है कि इस परियोजना से हरियाणा के गुरुग्राम और धारूहेड़ा जैसे क्षेत्रों के लोगों को भी बड़ा फायदा मिलेगा।
कहां-कहां बनेंगे स्टेशन
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली से अलवर के बीच बनने वाले कॉरिडोर पर ज्यादातर स्टेशनों की जगह तय हो चुकी है। लेकिन गुरुग्राम के उद्योग विहार इलाके के शंकर चौक पर स्टेशन बनाने को लेकर विवाद है।
नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) यहां स्टेशन बनाना चाहता है लेकिन HSIIDC इसके खिलाफ है। उनका कहना है कि शंकर चौक पहले से ही बहुत व्यस्त है और यहां ट्रैफिक का दबाव काफी ज्यादा रहता है। ऐसे में स्टेशन बनने से स्थिति और बिगड़ सकती है।
कमेटी करेगी स्टेशन की सही जगह तय
इस विवाद को सुलझाने के लिए हरियाणा सरकार ने एक कमेटी बनाई है, जिसमें टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अगुवाई में निर्णय लिया जाएगा कि स्टेशन कहां बने। उम्मीद है कि अगले 10 दिनों में इस पर फैसला हो जाएगा। इसके बाद जमीन पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
3 चरणों में बनेगा पूरा प्रोजेक्ट
इस पूरे RRTS प्रोजेक्ट को तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में दिल्ली से शाहजहांपुर-नीमराणा-बहरोड़ (SNB) तक 106 किलोमीटर का कॉरिडोर तैयार होगा। दूसरे चरण में बहरोड़ से सोतानाला तक और तीसरे चरण में सोतानाला से अलवर तक कॉरिडोर बनेगा। चर्चा यह भी है कि पहले चरण में फिलहाल दिल्ली से धारूहेड़ा तक ही ट्रेन सेवा शुरू की जा सकती है क्योंकि यहीं तक सबसे ज्यादा ट्रैफिक है।
तेज रफ्तार और बेहतर सुविधा
नमो भारत ट्रेनें इस कॉरिडोर पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की टॉप स्पीड और औसतन 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी। हर 10 मिनट में एक ट्रेन मिलेगी। कुल 19 स्टेशन होंगे और दिल्ली मेट्रो से बेहतर कनेक्टिविटी के लिए साइबर सिटी और हीरो होंडा चौक को RRTS से जोड़ा जाएगा।
जमीन पर काम की तैयारी पूरी
मिट्टी की जांच और बिजली के टावर शिफ्ट करने जैसे काम पहले ही पूरे किए जा चुके हैं। पाइपलाइन, सीवर और टेलीफोन लाइन की जानकारी भी एकत्र की जा चुकी है। जैसे ही स्टेशन के लिए जमीन तय होगी, केंद्र सरकार काम शुरू करने की मंजूरी दे देगी।