Haryana news: हिसार में जल्द तैयार होगा सबसे छोटा ओवरब्रिज, ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत

Top Haryana: हरियाणा के लोगों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। हिसार जिले में साउथ बाइपास पर सातरोड गांव के पास शहर का सबसे छोटा ओवरब्रिज बनकर जल्द तैयार हो जाएगा।
यह ओवरब्रिज अगले एक महीने में पूरा होने की उम्मीद है। इसके बनने से खासकर दिल्ली रोड पर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी। यह पुल 33 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है और इसका काम अब आखिरी चरण में है।
ओवरब्रिज की लंबाई और खासियत
यह ओवरब्रिज लंबाई में सिर्फ 35 मीटर का है जबकि हिसार में इससे पहले बना कैमरी फाटक ओवरब्रिज 40 मीटर लंबा था। इस पुल की चौड़ाई 11 मीटर रखी गई है। यह ओवरब्रिज रेलवे लाइन संख्या 88 के ऊपर बनाया जा रहा है। इसके निर्माण के लिए मंगलवार शाम को रेलवे और बीएंडआर (बिल्डिंग एंड रोड्स विभाग) के अधिकारियों और इंजीनियरों की निगरानी में तीन गार्डर लगाए जाएंगे।
31 अगस्त तक पूरा होगा काम
मिली जानकारी के अनुसार इस ओवरब्रिज का काम 31 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि गार्डर के डिजाइन में रेलवे की ओर से देरी होने के कारण पहले दी गई चार डेडलाइन पूरी नहीं हो पाई थीं। गार्डर रखने के बाद स्लैब कास्टिंग का काम किया जाएगा और इसके बाद स्लैब को सूखने में कम से कम 25 दिन लगेंगे।
रेलवे फाटक पर ट्रेनों की रफ्तार घटाई गई
इस ओवरब्रिज के निर्माण के दौरान रेलवे ट्रैफिक को भी ध्यान में रखा जा रहा है। जय श्री बाला जी कंपनी के इंजीनियर मनोज के अनुसार इस स्थान से गुजरने वाली सभी ट्रेनों की अधिकतम गति 30 किलोमीटर प्रति घंटा रखी गई है। सुरक्षा के लिहाज से रेलवे फाटक पर चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं।
इन गांवों और कॉलोनियों को मिलेगा फायदा
ओवरब्रिज के बन जाने से आसपास के गांव और कॉलोनियों को बड़ा फायदा मिलेगा। गांव कैमरी, मंगाली, गंगवा, बालसमंद, मुकलान, सिवानी, चौधरीवास और कैमरी रोड व आजाद नगर रोड पर बसे लोग साउथ बाइपास होते हुए सीधे दिल्ली रोड पर गांव सातरोड के पास पहुंच सकेंगे। इससे समय की बचत होगी और ट्रैफिक जाम से भी राहत मिलेगी।
गार्डर लगाने के लिए मंगाई गई भारी क्रेनें
ओवरब्रिज के निर्माण के लिए दो भारी क्रेनें मंगाई गई हैं जिनकी क्षमता 300-300 टन है। दो दिनों में कुल छह गार्डर रेलवे फाटक के ऊपर रखे जाएंगे। एक गार्डर का वजन लगभग 23 टन है और उसकी लंबाई 30 मीटर है। गार्डर रखने का काम मंगलवार सुबह 10 बजे से शुरू हुआ जिसके लिए रेलवे फाटक को बंद कर दिया गया है।