Haryana news: मनरेगा घोटाले में सैनी सरकार की बड़ी कार्रवाई, फतेहाबाद के ABPO और JE के खिलाफ जांच के आदेश

Top Haryana: हरियाणा सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत हुए घोटाले को लेकर सख्त कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए फतेहाबाद जिले के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी (BDPO), असिस्टेंट ब्लॉक प्रोग्राम ऑफिसर (ABPO) और जूनियर इंजीनियर (JE) के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
यह मामला फतेहाबाद जिले के भट्टू खंड के गांव बोदीवाली से जुड़ा है। यहां मनरेगा के तहत बनाए जाने वाले रास्ते और खाल की परियोजना में गड़बड़ी की शिकायत की गई थी। कांग्रेस विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया था। उनका आरोप था कि वर्ष 2022-23 में गांव में जिन कामों को दिखाया गया, वे असल में जमीन पर हुए ही नहीं थे। रास्ते और खाल कागजों में तो बना दिए गए लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ नहीं हुआ।
इस मामले की जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंची, जिसके बाद खुद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर फतेहाबाद के BDPO को चार्जशीट किया गया है और जिला परिषद के सीईओ को ABPO और JE के खिलाफ जांच करने को कहा गया है।
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इसके साथ ही गांव किरढान, बनावाली और बैजलपुर में फर्जी जॉब कार्ड बनाने की भी शिकायतें मिली थीं। गांव किरधान में करीब 61 फर्जी जॉब कार्ड बनाए गए थे। इन कार्डों के जरिए ऐसे लोगों को भी काम दिखाया गया, जिन्होंने असल में कोई काम नहीं किया।
इन सभी मामलों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है। इस जांच कमेटी में डिप्टी सीईओ अनूप सिंह, नागपुर के पंचायत अधिकारी और मनरेगा के प्रोग्राम ऑफिसर शामिल हैं। यह कमेटी सभी शिकायतों की जांच कर रही है और दोषियों की पहचान करेगी।
सरकार का कहना है कि मनरेगा जैसी योजना का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में रोजगार देना और विकास कार्य करना है। यदि इसमें गड़बड़ी की जाती है तो वह बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि भ्रष्टाचार करने वालों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा।
फतेहाबाद जिले में हुई इस गड़बड़ी के मामले में सरकार की यह कार्रवाई एक सख्त संदेश है कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी लापरवाही या धोखाधड़ी करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। अब देखना यह होगा कि जांच में दोषियों के नाम सामने आने के बाद आगे क्या कड़ी कार्रवाई की जाती है।