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Haryana news: हरियाणा में इंडस्ट्रियल टाउनशिप का तोहफा, ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के पास बसेंगे नए उद्योग

Haryana news: हरियाणा के लोगों के लिए एक बड़ी और अच्छी खबर सामने आई है, आइए पढ़ें पूरी खबर विस्तार से...
 
हरियाणा में इंडस्ट्रियल टाउनशिप का तोहफा, ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के पास बसेंगे नए उद्योग
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Top Haryana: राज्य सरकार अब ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के दोनों ओर एक नया औद्योगिक शहर (इंडस्ट्रियल टाउनशिप) बसाने की तैयारी कर रही है। इस योजना से न केवल उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा बल्कि आसपास के गांवों के लोगों को रोजगार और जमीन के बेहतर दाम मिलेंगे।

फरीदाबाद और पलवल के गांवों में होगी नई शुरुआत

यह इंडस्ट्रियल टाउनशिप योजना हरियाणा के फरीदाबाद और पलवल जिलों के 9 गांवों में लागू की जाएगी। सरकार की योजना के अनुसार, लगभग 9 हजार एकड़ जमीन पर यह औद्योगिक शहर बसाया जाएगा।

इस परियोजना को हरियाणा राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास निगम (HSIIDC) द्वारा विकसित किया जाएगा। यह पूरा क्षेत्र दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जोड़ने वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के दोनों ओर फैला होगा।

जमीन देने वाले किसानों को मिलेगा अच्छा मुआवजा

सरकार की इस योजना में शामिल गांवों के किसान अगर अपनी जमीन देना चाहते हैं, तो उन्हें इसके बदले अच्छा मुआवजा मिलेगा। खासतौर पर ग्रेटर फरीदाबाद के 18 गांवों से करीब 4,500 एकड़ जमीन खरीदी जाएगी।

इच्छुक किसान 31 अगस्त 2025 तक सरकार के पोर्टल ebhoomi.jamabandi.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के चलते आसपास की जमीनों के रेट में भी तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है।

किन गांवों की जमीन होगी अधिग्रहित

औद्योगिक टाउनशिप के लिए फरीदाबाद जिले के छांयसा और मोहना गांव और पलवल जिले के मोहियापुर, बागपुर कलां, बागपुर खुर्द, बहरौला, हंसापुर, सोलड़ा और थंथरी गांवों को चयनित किया गया है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) भी अपने सेक्टरों का विस्तार करेगा।

इसके लिए HSVP फरीदाबाद जिले के खेड़ी कलां, नचौली, ताजुपुर, ढहकौला, शाहबाद, बदरपुर सैद, साहुपुरा, सोतई, सुनपेड़, मलेरना, जाजरू, भैंसरावली, फत्तुपुरा, भुआपुर, जसाना, फरीदपुर, सदपुरा और तिगांव जैसे गांवों से जमीन लेगा।

स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार और विकास के अवसर

इस नई इंडस्ट्रियल टाउनशिप से न केवल निवेश बढ़ेगा बल्कि इलाके में रोजगार के अवसर भी तेजी से बढ़ेंगे। स्थानीय युवाओं को अपने ही क्षेत्र में नौकरियों के मौके मिलेंगे। साथ ही गांवों की सड़कों, बिजली, पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं में सुधार होगा जिससे इन क्षेत्रों का भी तेजी से विकास होगा।