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Haryana news: एक देश एक चुनाव’ को लेकर हरियाणा सरकार और INLD ने दिया समर्थन, जानिए क्या बोले मुख्यमंत्री

Haryana news: एक देश एक चुनाव को लेकर सीएम सैनी ने क्या कहा है, आइए जानें पूरे विस्तार से...
 
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Top Haryana: देशभर में चल रही ‘एक देश एक चुनाव’ की चर्चा के बीच हरियाणा से एक बड़ी खबर सामने आई है। हरियाणा सरकार ने इस प्रस्ताव पर सैद्धांतिक सहमति दे दी है। यही नहीं राज्य की विपक्षी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने भी इसका समर्थन किया है।

यह फैसला न्यू चंडीगढ़ में हुई संयुक्त संसदीय समिति (Parliamentary Committee) की बैठक में लिया गया। यह समिति पूरे देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ करवाने के लिए बनी है। हरियाणा की ओर से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस बैठक में हिस्सा लिया और सरकार की तरफ से समर्थन का ऐलान किया।

क्या बोले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी?

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘एक देश, एक चुनाव’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की "एक भारत श्रेष्ठ भारत" की दूरदर्शी सोच का हिस्सा है। हरियाणा सरकार इसका पूरा समर्थन करती है। इससे देश को कई तरह के फायदे मिल सकते हैं।

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उन्होंने बताया कि बार-बार चुनाव कराने से देश में विकास कार्यों में रुकावट आती है। साथ ही, प्रशासनिक मशीनरी बार-बार चुनाव ड्यूटी में लग जाती है, जिससे आम लोगों को परेशानी होती है। इसके अलावा हर बार आचार संहिता लगने से सरकार की योजनाएं रुक जाती हैं।

हरियाणा का उदाहरण भी दिया गया

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक साल में हरियाणा में तीन बड़े चुनाव हुए मार्च से जून 2024 के बीच लोकसभा चुनाव, अगस्त से अक्टूबर 2024 के बीच विधानसभा चुनाव और फरवरी से मार्च 2025 के बीच नगर निकाय चुनाव। इन चुनावों की वजह से प्रदेश में बार-बार आचार संहिता लगी और विकास कार्यों की गति धीमी हो गई। इससे आम जनता को सीधा नुकसान हुआ।

मतदाताओं पर असर

सीएम सैनी ने बताया कि बार-बार चुनावों से मतदाताओं का रुझान भी कम होता है और वोटिंग प्रतिशत में गिरावट देखने को मिलती है। अगर हर 5 साल में एक ही बार चुनाव हो, तो मतदाता ज्यादा उत्साह से हिस्सा लेंगे और लोकतंत्र में जनभागीदारी बढ़ेगी।

क्या होगा फायदा?

‘एक देश एक चुनाव’ की मदद से लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ करवाए जा सकेंगे। इससे समय, पैसा और संसाधनों की बचत होगी। साथ ही सरकारों को अपना कार्यकाल बिना रुकावट पूरा करने का मौका मिलेगा। इस बैठक में समिति के अध्यक्ष सांसद पीपी चौधरी और कई अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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