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Haryana News: हरियाणा में गिरते लिंगानुपात पर सरकार सख्त, दो डॉक्टर होंगे चार्जशीट, एक का रजिस्ट्रेशन रद्द

Haryana News: हरियाणा सरकार ने प्रदेश में गिरते लिंगानुपात को गंभीरता से लिया है और अब इस पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी गई है। 
 
हरियाणा में गिरते लिंगानुपात पर सरकार सख्त, दो डॉक्टर होंगे चार्जशीट, एक का रजिस्ट्रेशन रद्द
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Top Haryana: सरकार ने चरखी दादरी और भिवानी जिलों में दो डॉक्टरों को चार्जशीट करने का फैसला लिया है। सोनीपत जिले में एक आयुष डॉक्टर का पंजीकरण रद्द कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया, जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने की।

902 से बढ़कर 906 हुआ लिंगानुपात
राज्य में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान और अवैध गर्भपात पर सख्ती के चलते लिंगानुपात में हल्का सुधार देखने को मिला है। वर्ष 2025 में 1 जनवरी से 23 जून तक का लिंगानुपात 906 रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में 902 था। सरकार का कहना है कि यह मुद्दा उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

चरखी दादरी में पूर्व CMO पर कार्रवाई
चरखी दादरी जिले में पूर्व चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) डॉ. राजविंदर मलिक को उनके काम में लगातार लापरवाही बरतने के चलते चार्जशीट किया जाएगा। उनके कार्यकाल में लिंगानुपात की निगरानी सही तरीके से नहीं की गई। गर्भवती महिलाओं से जुड़ी योजनाओं में काम कर रही “सहेलियों” के कार्य की भी जांच की जाएगी।

भिवानी CHC के एसएमओ को भी नोटिस
भिवानी जिले के गोपी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) के प्रभारी एसएमओ डॉ. एम. नेहरा को भी चार्जशीट किया जाएगा क्योंकि उनके क्षेत्र में लिंगानुपात बहुत कम रहा है। अधिकारियों ने कहा कि अब से ऐसे सभी क्षेत्रों की सख्ती से निगरानी की जाएगी जहां अवैध गर्भपात की आशंका हो।

सोनीपत में डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन रद्द
सोनीपत जिले के खरखौदा क्षेत्र में एक आयुष डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया है। उस पर अवैध गर्भपात कराने के आरोप लगे हैं और उसके खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है। सरकार ने यह साफ कर दिया है कि ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

ब्लीडिंग वाली महिलाओं की होगी जांच
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अगर कोई गर्भवती महिला ब्लीडिंग के लक्षणों के साथ अस्पताल आती है तो उसकी रिवर्स ट्रैकिंग की जाएगी। यह जांचा जाएगा कि कहीं उसने गर्भपात की दवाएं तो नहीं ली हैं। अगर ऐसा पाया जाता है तो तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

अच्छा काम करने वाली “सहेलियों” को मिलेगा सम्मान
स्वास्थ्य विभाग ने यह भी कहा है कि जो सहेलियां बालिकाओं के सुरक्षित जन्म में अहम भूमिका निभा रही हैं उन्हें सम्मानित किया जाएगा। इससे दूसरों को भी प्रेरणा मिलेगी और समुदाय में जागरूकता बढ़ेगी।