Haryana News: पंचकूला में ईडी की रेड,दो अस्पतालों के 127.33 करोड़ रुपये के शेयर जब्त

Top Haryana: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरियाणा के पंचकूला शहर में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो निजी अस्पतालों अलकेमिस्ट और ओजस के शेयर जब्त किए हैं। इन जब्त किए गए शेयरों की कुल कीमत करीब 127.33 करोड़ रुपये बताई गई है। यह कार्रवाई धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) और धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों के तहत की गई है। ईडी की यह जांच लंबे समय से चल रही थी जिसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
अलकेमिस्ट समूह पर गंभीर आरोप
ईडी की जांच के अनुसार यह पूरा मामला अलकेमिस्ट समूह से जुड़ा हुआ है जो पूर्व राज्यसभा सांसद कंवर दीप सिंह के बेटे दीप सिंह के स्वामित्व में है। इस समूह पर बड़े पैमाने पर निवेशकों से धोखाधड़ी करने और जनता के धन के दुरुपयोग के आरोप हैं।
जांच में पाया गया है कि अलकेमिस्ट होल्डिंग्स लिमिटेड और अलकेमिस्ट टाउनशिप इंडिया लिमिटेड ने फर्जी और भ्रामक निवेश योजनाओं के जरिए निवेशकों से लगभग 1 हजार 848 करोड़ रुपये अवैध तरीके से जमा किए थे।
शेयरों का स्वामित्व और लिंक
ईडी ने यह भी जानकारी दी कि अलकेमिस्ट अस्पताल के 40.94% शेयर और ओजस अस्पताल के 37.24% शेयर सोरस एग्रीटेक प्राइवेट लिमिटेड के पास हैं। यह कंपनी कंवर दीप सिंह के बेटे करण दीप सिंह की है। यानी अस्पतालों और अलकेमिस्ट समूह के बीच गहरा रिश्ता है जिससे इस धोखाधड़ी का सीधा कनेक्शन निकलकर सामने आया है।
पहले से हो चुकी है गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई
इस मामले में पहले भी कानूनी कार्रवाई हो चुकी है। कंवर दीप सिंह को 12 जनवरी 2021 को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद 2 मार्च 2021 को दिल्ली स्थित विशेष अदालत में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत एक अभियोजन शिकायत दायर की गई थी। इसी मामले में 19 जुलाई 2024 को एक पूरक अभियोजन शिकायत भी अदालत में दायर की गई है।
जमीन और संपत्तियां भी जब्त
ईडी की कार्रवाई केवल शेयरों तक सीमित नहीं रही। अब तक ईडी ने इस घोटाले से जुड़ी चल और अचल संपत्तियों को भी निशाना बनाया है। पांच अलग-अलग अस्थायी कुर्की आदेशों के तहत ईडी ने करीब 238.42 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों को जब्त किया है। इसमें जमीन, भवन, बैंक बैलेंस और अन्य संपत्तियां शामिल हैं।
जांच अब भी जारी
ईडी की ओर से बताया गया है कि इस मामले में जांच अब भी जारी है। एजेंसी और गहराई से मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है ताकि दोषियों को सख्त सजा दिलाई जा सके और निवेशकों का पैसा वापस मिल सके।