Haryana news: दीपेंद्र हुड्डा ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा, सरकार से मुआवजे की मांग

Top Haryana news: सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा के हांसी, नारनौंद और आसपास के दर्जनभर गांवों और शहरी इलाकों का दौरा किया। उन्होंने बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों जैसे भाटोल जाटान, थुराना, कुंभा-जमावड़ी-शेखपुरा ड्रेन, हांसी सिटी, भटला, चन्नोट, और घिराई के इलाकों में जाकर वहां के लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। इस दौरान सांसद जय प्रकाश भी उनके साथ थे।
बाढ़ के कारण फसलों और घरों को भारी नुकसान
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार की नाकामी के कारण जलभराव की स्थिति बहुत खराब हो गई है। बड़ी संख्या में लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में लगभग 10.80 लाख एकड़ फसलें बर्बाद हो चुकी हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि बरसात ज्यादा होने और ड्रेनों की सफाई न होने के कारण जलभराव बढ़ा है। इस कारण खेतों में फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है और अगली फसल की बिजाई भी संभव नहीं हो पा रही है। घरों को भी भारी नुकसान हुआ है।
सरकार से मुआवजे की मांग
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अन्य राज्यों जैसे पंजाब, उत्तराखंड, कश्मीर और गुजरात ने बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत पैकेज घोषित कर दिए हैं, लेकिन हरियाणा ऐसा राज्य है जहां अब तक कोई राहत पैकेज नहीं घोषित हुआ।
उन्होंने सरकार से मांग की कि मुख्यमंत्री को तुरंत बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए। इसके अलावा स्पेशल गिरदावरी कराकर किसानों को कम से कम 60 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जिन किसानों की अगली फसल की बिजाई नहीं हो पाएगी उन्हें डबल मुआवजा दिया जाए और बाढ़ प्रभावित घरों और दुकानों के लिए भी मुआवजा दिया जाए।
प्रशासनिक लापरवाही और जलनिकासी की समस्या
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में जलभराव केवल प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि प्रशासनिक आपदा भी है। प्रशासन की लापरवाही के कारण ही लोगों को इस बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि सरकार को युद्धस्तर पर राहत कार्य शुरू करना चाहिए और जल निकासी के लिए पम्प-सेट, पाइपलाइन और बिजली कनेक्शन जैसे जरूरी उपकरण तुरंत उपलब्ध कराए जाने चाहिए। कई गांवों में राहत सामग्री आने के बाद भी वह दूसरे गांवों में भेज दी गई लेकिन पर्याप्त सुविधाएं नहीं दी गईं।
भाजपा सरकार की नीतियों पर सवाल
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पिछले 11 सालों में भाजपा सरकार ने न तो नई ड्रेनें बनवाने का काम किया और न ही पहले से बनी ड्रेनों की सफाई की। सांसद जयप्रकाश ने भी संसद में जलभराव का मुद्दा उठाया, लेकिन सरकार ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।