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Haryana news: फतेहाबाद में रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया क्लर्क, ACB ने रंगे हाथों दबोचा

Haryana news: ACB ने फतेहाबाद में एक क्लर्क को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है, क्लर्क को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने प्लानिंग के तहत पकड़ा, आइए जानें पूरा मामला...
 
फतेहाबाद में रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया क्लर्क, ACB ने रंगे हाथों दबोचा
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Top Haryana, Fatehabad: फतेहाबाद से एक बड़ी खबर सामने आई है। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने फतेहाबाद कोर्ट परिसर में एक क्लर्क को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

यह क्लर्क शिक्षा विभाग पंचकूला में काम करता है और आरोपी का नाम कुलदीप सिंह है। वह कोर्ट में एक केस के सिलसिले में आया था, जहां उसने शिकायतकर्ता से पैसे की मांग की थी।

क्या है पूरा मामला?

फतेहाबाद जिले के गांव चिंदड़ के रहने वाले कालूराम के पिता बाल सिंह एक सरकारी स्कूल में सेवादार के पद पर काम करते थे। साल 1988 में ड्यूटी के दौरान बाल सिंह की मौत हो गई थी। उनके निधन के बाद कालूराम ने एक्स-ग्रेशिया नीति के तहत नौकरी के लिए फतेहाबाद कोर्ट में केस दायर किया था।

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इसी केस के चलते कालूराम की मुलाकात शिक्षा विभाग पंचकूला में काम करने वाले क्लर्क कुलदीप सिंह से हुई। कुलदीप ने कोर्ट में सही जवाब दाखिल करने और केस में मदद करने के बदले में कालूराम से 1 लाख 60 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। इस पर कालूराम ने एंटी करप्शन ब्यूरो को पूरे मामले की जानकारी दी।

ACB ने रची प्लानिंग, आरोपी क्लर्क गिरफ्तार

कालूराम की शिकायत के बाद ACB की टीम ने आरोपी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए प्लानिंग की। कोर्ट में सुनवाई के दिन कुलदीप सिंह पंचकूला से फतेहाबाद कोर्ट आया।

वह कोर्ट में जवाब दाखिल करने आया था और पहले से तय प्लान के अनुसार, कालूराम से 20 हजार रुपये लेने वाला था। जैसे ही कुलदीप ने पैसे लिए, ACB की टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे पकड़ लिया।

ACB ने आरोपी क्लर्क को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है। अब मामले की पूरी जांच की जा रही है कि कहीं इस तरह के और भी केस तो नहीं हैं, जिनमें इसने लोगों से रिश्वत ली हो।

1988 से लंबित है मामला

बता दें कि कालूराम के पिता की मृत्यु 1988 में ड्यूटी के दौरान हुई थी। उसके बाद से कालूराम अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है। अब कोर्ट में केस चल रहा है, जिसमें आरोपी क्लर्क ने गलत तरीके से पैसे की मांग की।

ACB की इस कार्रवाई से आम लोगों में एक अच्छा संदेश गया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर कार्रवाई जरूर होती है। साथ ही यह भी साबित हुआ कि सरकारी नौकरी से जुड़े मामलों में कई बार लोग मजबूरी का फायदा उठाकर रिश्वत मांगते हैं।

ACB ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई भी व्यक्ति सरकारी काम के बदले रिश्वत मांगता है तो तुरंत शिकायत करें। आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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