Haryana news: श्रमिकों को बड़ी सौगात, CM सैनी ने शुरू की विश्वकर्मा सम्मान योजना, मिले पुरस्कार

Top Haryana news: इस विशेष मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री विश्वकर्मा सम्मान योजना की शुरुआत की। इस योजना का उद्देश्य प्रदेश के मेहनती, हुनरमंद और ईमानदार श्रमिकों को सम्मानित करना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन देना है।
श्रमिकों को मिलेगा प्रशिक्षण और प्रोत्साहन राशि
मुख्यमंत्री ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि यह दिन उन श्रमिकों को समर्पित है जो मेहनत और ईमानदारी से देश और समाज के निर्माण में योगदान देते हैं।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले श्रमिकों को 5 हजार रुपये की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि (टॉप-अप) दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस योजना की प्रेरणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पीएम विश्वकर्मा योजना से ली गई है जिसका बजट केंद्र सरकार ने 13 हजार करोड़ रुपये तय किया है।
हजारों ने कराया पंजीकरण
हरियाणा में इस योजना को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। अब तक 41 हजार 366 श्रमिकों ने योजना के तहत पंजीकरण कराया है। इनमें से 30 हजार 655 कारीगरों ने कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है।
साथ ही करीब 12 हजार टूल किट भी पात्र लाभार्थियों को वितरित की जा चुकी हैं। इससे न केवल श्रमिकों का आत्मविश्वास बढ़ा है बल्कि उनके रोजगार के नए अवसर भी खुले हैं।
श्रेष्ठ श्रमिकों को मिला सम्मान
रैली के दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने श्रेष्ठ कारीगरों को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट काम करने वाले श्रमिकों को नकद पुरस्कार दिए गए।
महेंद्र कुमार (फरीदाबाद) और दीपक (कुरुक्षेत्र) को लकड़ी-बांस शिल्प में बेहतरीन कार्य के लिए 3-3 लाख रुपये का पुरस्कार मिला।
शिव कुमार (रेवाड़ी) को धातु शिल्प श्रेणी में 3 लाख रुपये से सम्मानित किया गया।
खेमराज (पानीपत) को हथकरघा श्रेणी में 3 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया।
केदार (फरीदाबाद) को टेराकोटा श्रेणी में 51 हजार रुपये जबकि सुरेंद्र कुमार (रेवाड़ी) को चित्रकला श्रेणी में 51 हजार रुपये की राशि प्रदान की गई।
मुख्यमंत्री ने किया प्रदर्शनी का अवलोकन
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन और कार्यों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस प्रदर्शनी में पीएम मोदी की योजनाओं और उपलब्धियों को दर्शाया गया था जिससे लोगों को उनके जीवन से प्रेरणा मिल सके।
यह योजना हरियाणा के कारीगरों और श्रमिकों को सम्मान देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल उन्हें सामाजिक मान्यता मिलेगी बल्कि उनके कौशल और मेहनत को उचित प्रोत्साहन भी मिलेगा।