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Haryana CET 2025: हरियाणा CET को लेकर बड़ी खबर, परीक्षा में लागू होगा नया नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला

Haryana CET 2025: हरियाणा में CET एग्जाम को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है, आइए जानें इसके बारें में विस्तार से...
 
हरियाणा CET को लेकर बड़ी खबर, परीक्षा में लागू होगा नया नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला
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Top Haryana: हरियाणा से CET-2025 परीक्षा को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। इस बार हरियाणा CET-2025 परीक्षा में HSSC नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला लागू किया जाएगा।

यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि इस बार परीक्षा में 13 लाख से ज्यादा युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इस फॉर्मूले का उद्देश्य पेपर की कठिनाई के आधार पर सभी उम्मीदवारों को समान अंक देने का है ताकि विभिन्न शिफ्टों में हुई परीक्षा के परिणाम में समानता बनी रहे।

HSSC नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने इस फॉर्मूले को लागू करने का निर्णय लिया है ताकि परीक्षा की विभिन्न शिफ्टों में आए पेपरों के कठिनाई स्तर का फर्क कम किया जा सके।

Top Haryana: हरियाणा से CET-2025 परीक्षा को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। इस बार हरियाणा CET-2025 परीक्षा में HSSC नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला लागू किया जाएगा।  यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि इस बार परीक्षा में 13 लाख से ज्यादा युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इस फॉर्मूले का उद्देश्य पेपर की कठिनाई के आधार पर सभी उम्मीदवारों को समान अंक देने का है, ताकि विभिन्न शिफ्टों में हुई परीक्षा के परिणाम में समानता बनी रहे।  HSSC नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने इस फॉर्मूले को लागू करने का निर्णय लिया है ताकि परीक्षा की विभिन्न शिफ्टों में आए पेपरों के कठिनाई स्तर का फर्क कम किया जा सके।  जब एक ही परीक्षा कई शिफ्टों में होती है तो पेपर की कठिनाई में अंतर हो सकता है। इस अंतर को कम करने और सभी उम्मीदवारों को समान अवसर देने के लिए नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला का उपयोग किया जाएगा।  इस फॉर्मूला के तहत उम्मीदवारों के अंक इस बात के आधार पर तय किए जाएंगे कि पेपर कितना कठिन था। अगर किसी शिफ्ट का पेपर ज्यादा कठिन होता है, तो उस शिफ्ट में बैठने वाले उम्मीदवारों के अंक को बढ़ाया जाएगा। इस तरह से, सभी उम्मीदवारों के लिए परिणाम समान और निष्पक्ष होंगे, चाहे वे किसी भी शिफ्ट में परीक्षा दे रहे हों।

जब एक ही परीक्षा कई शिफ्टों में होती है तो पेपर की कठिनाई में अंतर हो सकता है। इस अंतर को कम करने और सभी उम्मीदवारों को समान अवसर देने के लिए नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला का उपयोग किया जाएगा।

इस फॉर्मूला के तहत उम्मीदवारों के अंक इस बात के आधार पर तय किए जाएंगे कि पेपर कितना कठिन था। अगर किसी शिफ्ट का पेपर ज्यादा कठिन होता है तो उस शिफ्ट में बैठने वाले उम्मीदवारों के अंक को बढ़ाया जाएगा। इस तरह से सभी उम्मीदवारों के लिए परिणाम समान होंगे चाहे वे किसी भी शिफ्ट में परीक्षा दे रहे हों।