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EMI Bounce Alert: अगर नहीं भर पा रहे हैं पर्सनल लोन की किस्त, तो करें ये 4 काम – तुरंत मिलेगी राहत

EMI Bounce Alert: अगर किसी कारण से आपकी EMI बाउंस हो गई है या आप अगली किस्त चुकाने की हालत में नहीं हैं, तो सीधे उस बैंक या एनबीएफसी...

 
EMI Bounce Alert: अगर नहीं भर पा रहे हैं पर्सनल लोन की किस्त, तो करें ये 4 काम – तुरंत मिलेगी राहत
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Top Haryana News: बेरोजगारी, व्यापार में घाटा या किसी अन्य आर्थिक परेशानी की वजह से अगर आप पर्सनल लोन (Personal Loan) की EMI नहीं चुका पा रहे हैं, तो घबराएं नहीं| आप चाहें तो समझदारी से कुछ जरूरी कदम उठाकर खुद को इस संकट से निकाल सकते हैं|

EMI चूक गई है? तो सबसे पहले ये काम करें
अगर किसी कारण से आपकी EMI बाउंस हो गई है या आप अगली किस्त चुकाने की हालत में नहीं हैं, तो सीधे उस बैंक या एनबीएफसी (NBFC) से संपर्क करें, जिससे आपने लोन लिया है|
आप ईमेल या बैंक शाखा जाकर लोन विभाग के अफसर से मिल सकते हैं| अपनी स्थिति खुलकर बताएं और EMI में कुछ समय की राहत मांगें|

बैंक आपकी बात सुनकर EMI में कुछ हफ्तों या महीनों की छूट दे सकता है|

लोन की रीस्ट्रक्चरिंग कराएं
अगर आपकी आर्थिक स्थिति थोड़े लंबे समय तक कमजोर रहने वाली है, तो आप बैंक से लोन को रीस्ट्रक्चर (Restructure Loan) करने की अपील कर सकते हैं|

इसमें EMI की रकम घटाई जाती है लेकिन लोन की अवधि बढ़ा दी जाती है, जिससे आपकी मासिक किस्तें कम हो जाती हैं और लोन चुकाना थोड़ा आसान हो जाता है|

उदाहरण- अगर आपने 5 लाख का लोन 5 साल के लिए लिया है और 3 साल तक EMI भर चुके हैं, तो बाकी बची राशि के लिए बैंक आपको 2 के बजाय 3 या 4 साल तक का वक्त दे सकता है|

बैलेंस ट्रांसफर कराएं – EMI भी कम, पैसा भी बचेगा!
कई बैंक बैलेंस ट्रांसफर (Balance Transfer) का ऑप्शन देते हैं, जिससे आप अपने मौजूदा लोन को किसी दूसरे बैंक में शिफ्ट कर सकते हैं|

  • इससे ब्याज दर कम हो सकती है
  • EMI घट सकती है
  • और आपको अतिरिक्त कैश भी मिल सकता है, जो फिलहाल की जरूरतें पूरी करने में मदद करेगा

ध्यान दें- कुछ बैंक NBFC से लिए लोन का बैलेंस ट्रांसफर नहीं करते, इसलिए पहले कन्फर्म कर लें|

वन टाइम सेटलमेंट (OTS) – जब कोई रास्ता न बचे
अगर हालात इतने खराब हो गए हैं कि आप कई महीनों से EMI नहीं चुका पा रहे और बैंक बार-बार संपर्क कर रहा है, तो बैंक वन टाइम सेटलमेंट (One Time Settlement) का ऑप्शन दे सकता है|

  • बैंक आपसे बकाया लोन का 10% से 50% एकमुश्त लेकर बाकी रकम माफ कर सकता है
  • आपको यह रकम एक हफ्ते के भीतर चुकानी होती है

लेकिन ध्यान रखें, OTS से आपकी क्रेडिट स्कोर पर असर पड़ सकता है| इसे आखिरी विकल्प के रूप में ही चुनें|

समझदारी से काम लेंगे तो संकट से निकलना आसान है
EMI न भर पाने की स्थिति में डरें नहीं — सही वक्त पर बैंक से बात करें और उपलब्ध विकल्पों का इस्तेमाल करें| बिना सोचे समझे दूसरा कर्ज लेने से बचें, क्योंकि ये आपको कर्ज के जाल में और गहराई में ले जा सकता है|