Electric Cars: गर्मी के दिनों में न करें ये गलती, आपकी गाड़ी बन सकती है आग का गोला
Electric Cars: इलेक्ट्रिक गाड़ियों का गर्मी के मौसम में खास ध्यान रखना होता है वरना ये गाड़ियां जलकर राख हो सकती है, इनकी बैटरी में आग लग जाती है।

Top Haryana, New Delhi: गर्मी अब अपना प्रचंड रूप धारण कर रही है, तापमान में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है, ऐसे में न सिर्फ खुद का बल्कि अपनी गाड़ी की भी देखभाल करना बेहद आवश्यक हो जाता है, गर्मियों में गाड़ी की सही से देखभाल नहीं की जाए तो आपको और गाड़ी दोनों का नुकसान हो सकता है। जिसके पीछे का कारण बहुत बार कार मालिक की गलती भी होती है।
हमेशा कुछ लोग ऐसी गलतियां कर देते है, जिसके कारण उनकी गाड़ी में आग लगने का खतरा बढ़ जाता है और आपकी गाड़ी जलकर राख हो जाती है, जिसके कारण आपको जान-माल के भारी नुकसान का समाना करना पड़ सकता है।
संवेदनशील बैटरी
इलेक्ट्रिक गाड़ी में दी जाने वाली बैटरी बहुत ही संवेदनशील होती है, देश के बहुत से राज्यों में भीषण गर्मी पड़ती है, गर्मी अब अपना प्रचंड रूप धारण कर रहीं है, बहुत बार तो पारा 45 से 50 डिग्री तक चला जाता है।
इन जगहों पर इलेक्ट्रिक गाड़ी की सही से देखभाल करना बेहद आवश्यक हो जाता है, आपको कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए, गर्मी के मौसम में इलेक्ट्रिक गाड़ी को लेकर सावधान रहना चाहिए।
बैटरी चार्ज
आप लोगों को इलेक्ट्रिक गाड़ी की बैटरी को कभी भी 100 प्रतिशत तक चार्ज नहीं करना चाहिए, लिथियम-आयन वाली बैटरी सबसे बेहतर कार्य तब करती है, जब इन्हें 30 प्रतिशत से लेकर 80 प्रतिशत तक ही चार्ज किया जाएं। लगातार बैटरी को फुल चार्ज करने से उसकी पावर कम होती जाती है और उस पर प्रेशर भी पड़ता है।
इस समय में बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम इतना अच्छा हो गया है कि बैटरी जब फुल चार्ज हो जाती है तो ऑटोमैटिकिली चार्जिंग बंद हो जाती है लेकिन एक लंबे समय तक चार्जिंग पर लगाए रखने से बैटरी लाइफ पर खराब प्रभाव पड़ता है और फिर बैटरी खराब होने लग जाती है। गर्मी के दिनों में बैटरी ऐसे ही चार्ज होती रहीं तो उसमें आग लगने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
सनलाइट में चार्ज
आपको इलेक्ट्रिक गाड़ी को सीधे सनलाइट में चार्ज नहीं करना चाहिए, जब बैटरी चार्ज होती है तो उसका तापमान अधिक हो जाता है, आप इलेक्ट्रिक गाड़ी को धूप में खड़ी करके चार्ज करते है तो बैटरी का तापमान अधिक हो सकता है।
अधिक तापमान होने के कारण बैटरी लाइफ और उसकी कैपेसिटी दोनों ही कम हो सकती है, जिसके कारण इसकी रेंज कम हो सकती है और इसमें आग लगने की आशंका भी बढ़ जाती है।