Haryana new four lane: हरियाणा में यहां पर बनेगा नया हाईवे, किसानों को मिलेगा मुंह मांगा दाम
Haryana Four Lane Highway: हरियाणा सरकार प्रदेश के परिवहन को बेहतर बनाने के लिए तेज गति से काम कर रही है। इसी कड़ी में सरकार ने नया हाइवे बनाने की घोषणा की हैं, आइए जानें कहांं पर बनेगा नया हाईवे
Top Haryana: हरियाणा सरकार राज्य को बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए लगातार काम कर रही हैं। हरियाणा के ड़बवाली (सिरसा) से लेकर पानीपत तक करीब 300 किलोमीटर लंबा फोरलेन हाईवे बनाने का फैसला किया गया है। आपको बता दें कि इस हाईवे के निर्माण से राज्य के परिवहन को एक नई गति मिल जाएगी।
इस नए हाईवे के निर्माण से यातायात सुगम और वाहनों की आवाजाही भी आसान हो जाएगी। इस परियोजना के लिए जिन किसानों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी, उन्हें सरकार की ओर से मुआवजा दिया जाएगा। इस हाईवे के पास लगती जमीनों के रेट आसमान पर जा सकते हैं। हाईवे के लिए सरकार ने जमीन को चिन्हित कर लिया हैं।
यह हाईवे गांव सिवाह से शुरू होगा जोकि सुताना, थर्मल, ऊंटला, नारा, असंध, नगुरां, उचाना, लीतानी, उकलाना, सनियाणा, भूना, रतिया, हांसपुर, सरदुलगढ़, रोडी, कालावाली से डबवाली तक बनेगा। फतेहाबाद जिले में यह हाईवे पंजाब बॉर्डर से शुरू होकर रतिया, भूना और सनियाणा तक पहुंचेगा। केंद्र सरकार ने भी इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है।
यह हाईवे हरियाणा के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ने का काम करेगा और 7 नेशनल हाईवों को कनेक्ट करेगा। आपको बता दें कि इस परियोजना से राज्य के व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, हाईवे बनने के बाद भारी वाहनों का दबाव भी कम हो जाएगा। यह हरियाणा के 14 प्रमुख कस्बों को आपस में जोड़ने का काम करेगा।
यह फोरलेन हाईवे प्रोजेक्ट राज्य के बुनियादी ढांचे में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। इससे हरियाणा के कई जिलों के व्यापार और परिवहन में भी उछाल देखा जा सकता हैं। इस हाईवे से जुड़े इलाकों की जमीनों की कीमतों में भी जबरदस्त उछाल आएगा। ड़बवाली से लेकर पानीपत तक यह हाईवे हरियाणा के लिए जीवन रेखा के रूप में काम करेगा।
हरियाणा के परिवहन को एक नई गति मिल जाएगी। इस हाईवे के निर्माण से प्रदेश में यातायात आसान होगा। इसके साथ ही व्यापार और औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। किसानों को उनकी जमीनों का अच्छा भाव मिल जाएगा। इसके बनने के बाद राज्य को बेहतर सड़क सुविधा मिल जाएगी। भारी वाहनों के दबाव में भी गिरावट आ जाएगी। रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।