Haryana News: हरियाणा के इस जिले को मिला नया तोहफा, बनेगा 50 बेड का एम्स अस्पताल

Haryana News: हरियाणा के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। दरअसल सरकार इस जिले में 50 बेड का एम्स अस्पताल बनने जा रही है।
 

Top Haryana: फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ शहरवासियों के लिए अच्छी खबर है। यहां की स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली की ओर से 50 बिस्तरों वाला एक नया अस्पताल बनाया जा रहा है। इस अस्पताल की बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और इसे अगले साल अप्रैल 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगा बड़ा फायदा

बल्लभगढ़ में पहले से मौजूद एम्स का पुराना अस्पताल अब आबादी के लिहाज से काफी छोटा पड़ गया है। जब यह अस्पताल 1967 में बना था तब यहां की जनसंख्या बहुत कम थी। अब यह क्षेत्र तेजी से बढ़ता जा रहा है और यहां की आबादी 5 लाख से भी ज्यादा हो चुकी है। साथ ही नेशनल हाईवे पर होडल से दिल्ली तक यही अस्पताल सबसे नजदीकी है इसलिए यहां आए दिन हाईवे दुर्घटनाओं के मरीज लाए जाते हैं।

ओपीडी और मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी

पुराने अस्पताल में सीमित सुविधाएं थीं जिसकी वजह से गंभीर मरीजों को बादशाह खान अस्पताल, सफदरजंग या दिल्ली एम्स ट्रामा सेंटर में रेफर करना पड़ता था। ऐसे में एम्स ने फैसला लिया कि पुराने भवन को गिराकर नई और आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए 18 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया है।

नए अस्पताल में मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं

नए अस्पताल में कुल 50 बेड होंगे और साथ ही चार आधुनिक ऑपरेशन थिएटर भी बनाए जा रहे हैं। पुराने अस्पताल में केवल एक ऑपरेशन थिएटर था। नई सुविधा के तहत मरीजों को तुरंत इलाज मिलेगा और गंभीर मामलों में समय पर ऑपरेशन किया जा सकेगा। अस्पताल में आधुनिक उपकरण और टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल होगा जिससे इलाज की गुणवत्ता और बेहतर होगी।

फतेहपुर बिल्लौच में भी मिलेगा अस्पताल का लाभ

बल्लभगढ़ के अलावा दिल्ली एम्स द्वारा फतेहपुर बिल्लौच गांव में भी 15 बेड वाला एक और अस्पताल बनाया जा रहा है। दोनों अस्पताल मिलाकर जिले को 65 बिस्तरों की सुविधा मिलने वाली है। इसका लाभ शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लोगों को मिलेगा और उन्हें इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।

अगले साल अप्रैल से शुरू होंगी सेवाएं

एम्स के अधिकारी डॉ. हर्षब रमेश साल्वे के अनुसार अस्पताल का निर्माण कार्य इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा और अप्रैल 2026 से यहां ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी। उनका कहना है कि क्षेत्र के लोगों को समय पर और बेहतर इलाज उपलब्ध कराना ही इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।