Haryana news: हरियाणा में बढ़ेंगी MBBS सीटें, हर जिले में मेडिकल कॉलेज की तैयारी, सरकार ने दिया आदेश

Haryana news: हरियाणा की सैनी सरकार ने एमबीबीएस की सीटों को बढ़ाने का आदेश दिया है, आइए जानें पूरी खबर विस्तार से...
 

Top Haryana: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि प्रदेश सरकार डॉक्टरों को बेहतर संसाधन और जनता को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए लगातार काम कर रही है।

उन्होंने बताया कि 2014 में हरियाणा में केवल 6 मेडिकल कॉलेज थे जो अब बढ़कर 15 हो गए हैं और 9 नए कॉलेजों का निर्माण चल रहा है। इससे एमबीबीएस की सीटें 2014 में 700 थीं जो अब 2 हजार 185 हो चुकी हैं। सरकार का लक्ष्य है कि 2029 तक ये संख्या 3 हजार 400 से ज्यादा हो जाए।

हर जिले में मेडिकल कॉलेज की दिशा में काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि राज्य के युवाओं को चिकित्सा शिक्षा के लिए बाहर न जाना पड़े।

उन्होंने यह बात चंडीगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय डॉक्टर्स दिवस के कार्यक्रम में कही, जो डेराबसी मेडिकल एसोसिएशन द्वारा आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में उन्होंने डॉक्टरों को मानवता का सच्चा सेवक बताया और सभी को डॉक्टर्स डे की बधाई दी।

डॉक्टरों की भर्ती और रिटायरमेंट उम्र बढ़ाई

राज्य में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए 2014 से अब तक 3 हजार 798 डॉक्टरों की भर्ती की गई है। साथ ही डॉक्टरों की रिटायरमेंट उम्र को 58 साल से बढ़ाकर 65 साल कर दिया गया है ताकि उनका अनुभव ज्यादा समय तक जनता को मिल सके। मुख्यमंत्री ने बताया कि पीजी सीटें भी बढ़ाकर 289 से 1 हजार 43 कर दी गई हैं, और पीजी डिप्लोमा की 155 सीटें भी हैं।

मुफ्त डायलिसिस और आयुष्मान भारत योजना का लाभ

मुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों और मेडिकल यूनिवर्सिटियों में किडनी मरीजों को मुफ्त डायलिसिस की सुविधा दी जा रही है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई ‘आयुष्मान भारत योजना’ और राज्य सरकार की ‘चिरायु योजना’ के जरिए लगभग 1 करोड़ 33 लाख गरीब लोगों को 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा रही है।

डॉक्टरों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार डॉक्टर्स डे की थीम "मास्क के पीछे देखभाल करने वालों की देखभाल" है।उन्होंने कहा कि कोरोना काल में डॉक्टरों ने जान की परवाह किए बिना मरीजों की सेवा की और सरकार इस समर्पण की सराहना करती है। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ पर हमला करने वालों के लिए सख्त कानून बनाए गए हैं जिनमें 3 महीने से 5 साल तक की सजा और 50 हजार से 2 लाख रुपये तक का जुर्माना शामिल है।

डॉक्टरों को किया गया सम्मानित

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने डेराबसी मेडिकल एसोसिएशन की मैगजीन का विमोचन किया और मानव सेवा में उत्कृष्ट योगदान देने वाले डॉक्टरों को सम्मानित भी किया। इस मौके पर चंडीगढ़ की मेयर हरप्रीत कौर बाबला, एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राजीव गुप्ता, सचिव डॉ. आकाश गोस्वामी और कई अन्य अधिकारी, डॉक्टर और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।