Haryana news: NH-48 और द्वारका एक्सप्रेसवे पर लगेंगे हाईटेक कैमरे, अब ऐसे कटेंगे चालान

Haryana news: हरियाणा में अब चालान कटने के तरीकों को भी हाईटेक कर दिया है, आइए जानें अब किस प्रकार से कटेंगे चालान...
 

Top Haryana: हरियाणा के गुरुग्राम से एक बड़ी खबर सामने आई है। सड़क हादसों को कम करने और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने एक अहम कदम उठाया है।

अब दिल्ली-जयपुर हाईवे (NH-48) और द्वारका एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट का उल्लंघन करने वालों पर हाईटेक कैमरों से नजर रखी जाएगी और नियम तोड़ने पर सीधे चालान काटा जाएगा। यह व्यवस्था 10 जुलाई से लागू हो गई है।

कैमरे से होगा चालान

गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की एक बैठक में यह निर्णय लिया गया। पुलिस उपायुक्त (यातायात) डॉ. राजेश मोहन ने बताया कि NH-48 पर 6 और द्वारका एक्सप्रेसवे पर 9, कुल 15 जगहों पर कैमरे लगाए गए हैं।

ये कैमरे "ग्लोबल शटर टेक्नोलॉजी" और ANPR (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) तकनीक से लैस हैं। इसका मतलब है कि अब पुलिस को सड़क पर रोकने की जरूरत नहीं होगी। नियम तोड़ने वालों को कैमरे से ट्रैक कर चालान भेजा जाएगा।

कई नियमों की निगरानी करेंगे कैमरे

ये हाईटेक कैमरे सिर्फ ओवर स्पीडिंग पर ही नहीं बल्कि कई अन्य ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर भी चालान काटेंगे। 

बिना हेलमेट बाइक चलाना।

दोपहिया वाहन पर तीन लोग बैठाना (ट्रिपल राइडिंग)।

गलत दिशा में गाड़ी चलाना।

लेन बदलने का गलत तरीका अपनाना।

ई-रिक्शा, ऑटो, ट्रैक्टर और दोपहिया वाहनों पर भी विशेष नजर रखी जाएगी।

यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी मददगार

इन कैमरों का उद्देश्य सिर्फ चालान काटना नहीं है, बल्कि इनसे सड़क सुरक्षा और यातायात नियंत्रण को भी मजबूत किया जाएगा। तीन प्रमुख तकनीकें इसमें मदद करेंगी।

वीडियो घटना पहचान प्रणाली (VIDES)

यह किसी भी सड़क हादसे की तुरंत जानकारी पुलिस को देगी जिससे समय पर सहायता पहुंच सके।

यातायात प्रबंधन नियंत्रण प्रणाली (TMCS)

इससे यातायात को नियंत्रित और सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलेगी।

परिवर्तनीय संदेश संकेत (VMS)

ये बोर्ड ड्राइवरों को सड़क की स्थिति, ट्रैफिक अपडेट और जरूरी जानकारी देंगे।

किसी भी स्थिति में तुरंत जानकारी

अगर सड़क पर किसी वाहन में खराबी आ जाए या कहीं ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाए तो ये कैमरे तुरंत कंट्रोल रूम को अलर्ट करेंगे। इसके जरिए ट्रैफिक पुलिस तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित कर सकेगी।