Haryana news: हिसार रेलवे स्टेशन को डबल वॉशिंग और सिक लाइन की सौगात, लंबी दूरी की ट्रेनों को मिलेगा फायदा

Haryana news: हरियाणा के हिसार जिले के लिए रेलवे से जुड़ी एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है, आइए जानें पूरी खबर विस्तार से...
 

Top Haryana: हिसार रेलवे स्टेशन पर डबल वॉशिंग लाइन और सिक लाइन बनाई जाएगी। इस परियोजना पर करीब 63.66 करोड़ रुपये खर्च होंगे। रेलवे ने इसके लिए 44.41 करोड़ रुपये का टेंडर भी जारी कर दिया है। अधिकारियों के अनुसार टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और लगभग दो महीने बाद निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है।

क्या-क्या बनेगा इस परियोजना में

रेलवे अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस प्रोजेक्ट में दो पिट लाइन, चार स्टेब्लिंग लाइन, एक शंटिंग नेक, सिक लाइन और मार्शलिंग लाइन बनाई जाएंगी।

नई वॉशिंग लाइन से लंबी दूरी की ट्रेनों को खड़ा करने और उनकी सफाई-धुलाई आसान होगी। वहीं सिक लाइन बनने से डिब्बों की छोटी-मोटी मरम्मत स्थानीय स्तर पर ही हो सकेगी। इससे खराब डिब्बों को दूसरे स्टेशन भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

क्यों जरूरी है वॉशिंग लाइन

ट्रेनों को रेस्ट देने और उनकी धुलाई-मेंटेनेंस के लिए वॉशिंग लाइन बहुत जरूरी होती है। एक ट्रेन को धुलाई और सामान्य मरम्मत में 4 से 6 घंटे का समय लगता है। इसके बाद ट्रेन फिर से लंबे रूट पर रवाना हो सकती है।

हिसार स्टेशन पर फिलहाल केवल एक वॉशिंग लाइन है जिसकी वजह से ट्रेनों को खड़ा करने और नए रूट शुरू करने में दिक्कत आती थी। अब इस समस्या का समाधान हो जाएगा।

लंबी दूरी की ट्रेनों का रास्ता खुलेगा

नई वॉशिंग लाइन और सिक लाइन बनने से हिसार रेलवे स्टेशन से बीकानेर, हनुमानगढ़, दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश और बिहार समेत एक दर्जन से ज्यादा रूटों पर ट्रेनों का संचालन आसान हो जाएगा।

अब तक जगह की कमी और सुविधाओं के अभाव में कई ट्रेनों के प्रस्ताव अटके रहते थे। लेकिन परियोजना पूरी होने के बाद हिसार से लंबी दूरी की और ट्रेनें चलना संभव होगा।

यात्रियों और व्यापारियों को फायदा

सिक लाइन बनने से यात्रियों और व्यापारियों को सीधा फायदा होगा। ट्रेन के कोच या मालगाड़ियों के डिब्बों में खराबी आने पर उन्हें अब दूसरे स्टेशनों की वर्कशॉप में नहीं भेजना पड़ेगा। मरम्मत हिसार में ही हो जाएगी जिससे समय और संसाधनों की बचत होगी।

इससे ट्रेनें समय पर चलेंगी और यात्रियों को देरी का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं, व्यापारिक मालवाहन की गति भी तेज होगी और कारोबारियों को फायदा मिलेगा।