Haryana News: हरियाणा में खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए किसानों की जांच शुरू, बड़े खरीदार रडार पर
Top Haryana: कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने उन किसानों की ग्राउंड लेवल पर जांच शुरू कर दी है जिन्होंने 20 या उससे अधिक बैग यूरिया या डीएपी खरीदी है। विभाग को शक है कि कुछ किसान बड़ी मात्रा में खाद लेकर उसका गलत इस्तेमाल या कालाबाजारी कर रहे हैं।
कृषि विभाग ने दिए जांच के आदेश
इस मामले में हरियाणा कृषि विभाग के डायरेक्टर ने सभी जिलों के कृषि उपनिदेशकों (डीडीए) को पत्र भेजकर निर्देश दिए हैं कि वे खरीफ सीजन में खाद की ज्यादा बिक्री के पीछे का कारण पता करें। खासकर यूरिया की बिक्री में अचानक हुई बढ़ोतरी पर विभाग ने चिंता जताई है और इसे गंभीरता से लिया है।
खाद की बिक्री में तेज़ी और कालाबाजारी की आशंका
विभाग के अनुसार 1 अप्रैल से 11 जुलाई 2025 तक यूरिया की बिक्री 6 लाख 63 हजार 714 मीट्रिक टन तक पहुंच गई है जो पिछले साल की तुलना में लगभग 1.25 लाख मीट्रिक टन ज्यादा है। इतनी ज्यादा मांग ने स्टॉक पर दबाव बढ़ा दिया है और सप्लाई चेन में भी दिक्कतें आई हैं। इसी कारण सरकार को शक है कि कहीं खाद की कालाबाजारी या गैर-कृषि कार्यों में इसका दुरुपयोग तो नहीं हो रहा।
उड़न दस्तों की तैनाती और चौकियों की स्थापना
खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार ने जिलों में उड़न दस्ते बनाए हैं जिसमें कृषि विभाग और पुलिस दोनों शामिल हैं। इसके अलावा राज्य की सीमाओं पर चेकपोस्ट भी लगाए गए हैं ताकि खाद का अवैध परिवहन रोका जा सके। साथ ही रिटेल स्टोर पर खाद बिक्री पर निगरानी बढ़ा दी गई है।
3 दिन में होनी चाहिए जांच
नए निर्देशों के अनुसार अब अगर कोई किसान इन श्रेणियों में आता है और ज्यादा खाद खरीदता है तो उसकी जांच खाद की खरीद के 3 दिनों के भीतर करनी होगी। जांच की रिपोर्ट तुरंत विभाग मुख्यालय को भेजनी होगी ताकि जल्द से जल्द जरूरी कार्रवाई की जा सके।