Haryana Weather: हरियाणा के इन जिलों में होगी बारिश, जानें मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट

Top Haryana: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के चंडीगढ़ केंद्र ने आगामी दिनों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने बताया है कि 15 जुलाई से 18 जुलाई तक हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
इस दौरान राज्य के कई जिलों में मौसम ठंडा और खुशनुमा बना रहेगा। आइए जानते हैं आने वाले चार दिनों में हरियाणा के किन-किन जिलों में बारिश हो सकती है।
15 जुलाई को बारिश का अनुमान
15 जुलाई को हरियाणा के 13 जिलों में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना जताई गई है। इनमें हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, झज्जर, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, अंबाला, यमुनानगर और पंचकूला शामिल हैं।
इन जिलों के 25 से 50 प्रतिशत हिस्सों में बारिश हो सकती है। इसके अलावा 9 जिलों जैसे रोहतक, सोनीपत, पानीपत, जींद, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, सिरसा और फतेहाबाद के कुछ हिस्सों (लगभग 25 प्रतिशत) में भी बरसात की संभावना जताई गई है।
16 जुलाई का हाल
16 जुलाई को भी हरियाणा में अच्छी बारिश के आसार बने हुए हैं। इस दिन 14 जिलों भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रोहतक, झज्जर, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, करनाल, अंबाला, यमुनानगर और पंचकूला में 25 से 50 प्रतिशत क्षेत्र में बारिश हो सकती है।
8 जिलों हिसार, सोनीपत, पानीपत, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, सिरसा और फतेहाबाद के कुछ हिस्सों (25 प्रतिशत तक) में बारिश की संभावना है।
17 जुलाई को सबसे ज्यादा बारिश
17 जुलाई को कैथल, जींद, पानीपत, सोनीपत और करनाल जिलों में सबसे ज्यादा (50 से 75 प्रतिशत हिस्सों में) बारिश हो सकती है।
बाकी 16 जिलों अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, पंचकूला, मेवात, पलवल, गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, झज्जर, रोहतक, चरखी दादरी, भिवानी, हिसार और फतेहाबाद में 25 से 50 प्रतिशत हिस्सों में बारिश होगी। सिरसा जिले के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश संभव है।
18 जुलाई का पूर्वानुमान
18 जुलाई को भी मौसम नमी भरा रहेगा। गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, जींद, रोहतक, झज्जर, पानीपत और सोनीपत में 25 से 50 प्रतिशत हिस्सों में बारिश हो सकती है।
अंबाला, पंचकूला, हिसार, भिवानी, सिरसा, फतेहाबाद, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी जिलों में बारिश केवल कुछ हिस्सों (लगभग 25 प्रतिशत) में होगी।