Haryana News: हरियाणा में फर्जी पुलिस गिरोह का भंडाफोड़, तीन आरोपी गिरफ्तार
Top Haryana: थाना सिविल लाइन सिरसा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो पुलिस की वर्दी पहनकर और गाड़ी पर नकली नंबर प्लेट लगाकर लोगों को धोखा दे रहा था।
इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से एक सफेद रंग की जीप कम्पास कार, नकली नंबर प्लेट और पुलिस की वर्दियां बरामद की हैं।
गश्त के दौरान पकड़ी गई नकली पुलिस गाड़ी
यह कार्रवाई 24 सितंबर 2025 को की गई, जब महिला सब इंस्पेक्टर प्रवीण कुमारी अपनी टीम के साथ भगत सिंह स्टेडियम सिरसा के पास गश्त पर थीं। तभी पुलिस को एक सफेद रंग की जीप कम्पास (HR26DT-6700) संदिग्ध अवस्था में आती दिखाई दी।
जब पुलिस ने गाड़ी को रोकने का इशारा किया तो चालक ने गाड़ी मोड़कर भागने की कोशिश की। शक होने पर पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर गाड़ी को रोक लिया।
पुलिस की वर्दी में पकड़े गए तीन युवक
गाड़ी रोकने के बाद जब जांच की गई, तो पाया गया कि गाड़ी में चालक सहित तीन व्यक्ति बैठे थे जिनमें से दो ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी एक ने सब इंस्पेक्टर की वर्दी और दूसरे ने एएसआई की वर्दी पहनी थी।
पूछताछ पर उनकी पहचान सुमेर पुत्र गोपीचंद, रामदिया उर्फ संदीप पुत्र देवा सिंह (दोनों निवासी ढाबी टेक सिंह, जिला जींद) और नरेश कुमार उर्फ मुर्गा पुत्र शीशपाल (निवासी जाण्डली खुर्द, जिला फतेहाबाद) के रूप में हुई।
नकली नंबर प्लेट और असली नंबर प्लेट बरामद
जब गाड़ी की तलाशी ली गई तो डिग्गी से असली नंबर प्लेट (HR-98U-2163) मिली, जबकि गाड़ी पर नकली नंबर प्लेट लगी हुई थी। आरोपियों के पास न तो गाड़ी के कागजात थे और न ही पुलिस वर्दी से संबंधित कोई पहचान पत्र। इसके बाद पुलिस ने मौके पर ही गाड़ी, नकली नंबर प्लेट और वर्दियां जब्त कर लीं।
लोगों से ठगी कर रहा था गिरोह
जांच के दौरान सामने आया कि ये आरोपी पुलिस की वर्दी और नकली नंबर प्लेट का इस्तेमाल कर लोगों को डबल मुनाफा कमाने का लालच देकर ठगी करते थे। पुलिस अब इनसे गहन पूछताछ कर रही है और उन्हें गुरुग्राम व टोहाना ले जाकर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इन्होंने गाड़ी कहां से खरीदी और नकली नंबर प्लेट कहां बनवाई।
आरोपियों पर मुकदमा दर्ज
सिरसा पुलिस ने तीनों आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 205, 318(4), 336(3), 338, 340(2) BNS के तहत मुकदमा दर्ज किया है। कोर्ट में पेशी के दौरान आरोपी सुमेर को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है जबकि रामदिया और नरेश को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।