Haryana News: हरियाणा के 11 जिलों में नहीं सुधरा लिंगानुपात, सरकार ने CMO पर जताई सख्ती

Top Haryana News: हरियाणा में लिंगानुपात सुधारने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है लेकिन कुछ जिलों में हालात अब भी चिंताजनक बने हुए हैं।
इसी मुद्दे को लेकर हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने एक अहम वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने चेतावनी दी कि जिन जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) लापरवाही बरत रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
11 जिलों की खराब स्थिति
राज्य में इस साल 1 जनवरी से 22 सितंबर तक का औसत लिंगानुपात 907 दर्ज किया गया है, जो पिछले साल की इसी अवधि में 904 था। हालांकि यह थोड़ा बेहतर है।
लेकिन अभी भी कई जिलों की स्थिति संतोषजनक नहीं है। जिन 11 जिलों में लिंगानुपात अपेक्षा के अनुसार नहीं सुधरा वे जिले चरखी दादरी, करनाल, सिरसा, हिसार, अंबाला, यमुनानगर, सोनीपत, कैथल, महेंद्रगढ़, भिवानी और पलवल हैं।
इन जिलों के CMO को निर्देश दिए गए हैं कि वे तुरंत ठोस कार्य योजना बनाकर फील्ड में सक्रियता बढ़ाएं और सुधार के लिए प्रभावी कदम उठाएं। विभाग ने कहा है कि लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधित अधिकारियों पर नजर रखी जा रही है।
रिवर्स ट्रैकिंग और निगरानी पर जोर
बैठक में यह भी कहा गया कि रिवर्स ट्रैकिंग की प्रक्रिया को तेज किया जाए जिससे भ्रूण लिंग जांच और लिंग चयन जैसी अवैध गतिविधियों को रोका जा सके।
अधिकारियों ने बताया कि अब तक ऐसे 11 मामलों में कार्रवाई की जा चुकी है। साथ ही प्राइवेट डॉक्टरों पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी साझा की गई।
कैथल में फार्मासिस्ट पर कार्रवाई
कैथल जिले में एक सरकारी फार्मासिस्ट द्वारा अवैध रूप से एम.टी.पी. किट (गर्भपात की दवा) बेचने की शिकायत सामने आई थी। इस पर ACS सुधीर राजपाल ने सख्त रुख अपनाया और CMO को निर्देश दिए कि आरोपी फार्मासिस्ट को तुरंत सस्पेंड किया जाए और उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई भी की जाए।
अधिकारी रहे मौजूद
इस वर्चुअल बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. मनीष बंसल, डॉ. कुलदीप सिंह, राज्य टास्क फोर्स के संयोजक डॉ. वीरेंद्र यादव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जिलों को पूरा सहयोग दें और लिंगानुपात सुधार के लिए समर्पित होकर काम करें।