Potato Powder Business: किसान ऐसे करें आलू से दोगुनी कमाई, जानें मुनाफे का झक्कास फॉर्मूला
Potato Farming: भारत में आलू की अधिक पैदावार होने के कारण इसकी कीमतों में अक्सर गिरवट आ जाती हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है। आइए जानें इस खबर से कि किस तरीके से आलू की खेती से मोटा मुनाफा कमाया जा सकता हैं।

Top Haryana, New Delhi: आलू की पैदावार अधिक होने के कारण अक्सर इसकी कीमतों में गिरावट देखी जाती है। लेकिन अगर किसान आलू को प्रोसेस करके उसे पाउडर के रूप में बेचें, तो उनकी आय दोगुनी हो सकती है। आपको बता दें कि आलू पाउडर का उपयोग स्नैक्स, सूप, सॉस और बेकरी के उत्पाद बनाने में किया जाता है।
इसकी बढ़ती मांग को देखते हुए, किसान इसकी छोटी इकाई स्थापित कर सकते हैं। किसान इस तरीके से भी मोटा मुनाफा कमा सकते हैं। यह एक लंबे समय तक लाभ देने वाला व्यवसाय भी साबित हो सकता है। भारत में आलू की फसल फरवरी और मार्च के महीने में तैयार होती है, जिसके बाद गर्मी का मौसम शुरू हो जाता है।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि उचित भंडारण की व्यवस्था न होने के कारण आलू जल्दी ही खराब हो जाता है, क्योंकि इसमें 80 फीसदी पानी और 20 फीसदी ठोस पदार्थ मौजूद होते हैं। आपको जानकारी के लिए बता दें कि आलू को लगभग 5 महीने तक स्टोर किया जा सकता है, लेकिन किसान के पास में स्टोरेज की कमी के कारण किसान इसे बाजार में कम दाम पर बेच देते हैं।
आलू की खुदाई के बाद लगभग 15 से 20 फीसदी आलू खराब हो जाता है। किसान के लिए यह बहुत बड़ी समस्या हैं। इस समस्या का समाधान प्रोसेसिंग के माध्यम से किया जा सकता है। आपको बता दें कि अब आलू सिर्फ सब्जी तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि कई तरह के खानपान में इसका उपयोग लगातार बढ़ रहा है।
आज के समय में आलू का उपयोग चिप्स, फ्रोजन फ्रेंच फ्राइज, फ्लेक्स, स्टार्च, सूप, आलू भुजिया, पापड़, सेवई, केक, बिस्किट, नानखटाई, अचार, टिक्की, समोसा और आलू पराठा जैसे कई उत्पाद बाजार में उपलब्ध हैं। इन उत्पादों की बढ़ती मांग के बावजूद, जब किसान कच्चे आलू को बाजार में बेच देते हैं, तो उन्हें बहुत कम कीमत मिलती है।
इसलिए किसान के पास इसके भंडारण के लिए सही से साधन होने चाहिए। किसान आलू को प्रोसेसिंग करके बेचें तो ऐसे मे किसान उससे अधिक मुनाफा कमा सकतें हैं। वर्तमान समय में आलू पाउडर की डिमांड काफी तेजी से बढ़ रही है, इसी को ध्यान में रखते हुए किसान को आलू का सही से स्टोरेज कर लेना चाहिए। आलू अनुसंधान केंद्र, शिमला के अनुसार, अगले 40 वर्षों में आलू प्रसंस्करण की मांग भी काफी तेजी से बढ़ेगी।