120 रुपये किलो बिक रहा ये सुपरफूड, जानें दूसरे फायदे:

क्या आप जानते हैं कि उत्तराखंड के पहाड़ों में उगने वाला बाजरा सिर्फ स्वाद में ही नहीं, सेहत में भी लाजवाब होता है? आइए जानते हैं इसके जबरदस्त फायदे.

ये ग्लूटेन-फ्री सुपरफूड शरीर को गर्म रखने , पाचन, और वजन घटाने में भी मदद करता है.

बागेश्वर की स्थानीय जानकार विमला दानू ने बताया कि, बाजरे का आटा गर्म तासीर वाला होता है, इसलिए ठंड के मौसम में इसका सेवन शरीर को गर्म रखने में मदद करता है. ये इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ ही शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है.

उत्तराखंड के पहाड़ों में उगने वाला बाजरा:

उत्तराखंड के बागेश्वर में बाजरा बड़े पैमाने पर उगाया जाता है, जिसकी बाजार में काफी मांग है. हालांकि इसे उगाना और आटा बनाना थोड़ा कठिन होता है, लेकिन पहाड़ी लोग इसे आसानी से तैयार कर लेते हैं.

पाचन के लिए हल्का :

बाजरे का आटा ग्लूटेन मुक्त होता है, जिससे ये पाचन के लिए हल्का और पेट की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है. जो लोग ग्लूटेन एलर्जी से परेशान हैं, उनके लिए ये बेहतरीन विकल्प है.

बाजरे के आटे से कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं:

जैसे कि बाजरे का रोटला, खिचड़ी, मेथी ढोकला, पराठा और बाजरा राब. ये सभी ना सिर्फ स्वाद में बेहतरीन होते हैं, बल्कि सेहत के लिए भी लाभदायक हैं.

मार्केट में बाजरे का आटा आसानी से उपलब्ध है:

इसकी मौजूदा कीमत ₹120 प्रति किलो है. एक किलो का पैकेट आसानी से खरीदा जा सकता है और अधिक मात्रा में खरीदने पर इसे गांवों से मंगवाया जाता है.

बाजरे के आटे में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है:

जो पाचन तंत्र को मजबूत करने और कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करता है. ये पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिससे अनहेल्दी खाने की आदत कम हो जाती है.

इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड और मैग्नीशियम होता है:

जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है. ये दिल को स्वस्थ रखने में सहायक होता है और हार्ट अटैक जैसी समस्याओं के खतरे को भी कम करता है.

बाजरे का आटा वजन घटाने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है:

इसमें मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट मेटाबॉलिज्म को तेज करते हैं, जिससे शरीर में अतिरिक्त चर्बी जमा नहीं होती. नियमित रूप से बाजरे की रोटी खाने से वजन तेजी से कम हो सकता है.