These vegetables will change the lives of farmers and they will get huge profits at low cost
छपरा के किसान सुरेंद्र कृषि वैज्ञानिकों की सलाह से सब्जी की खेती करते हैं. इस बार उन्होंने कोहरा की खेती की है. जिसका वजन 25 से 35 किलो तक है. इसे देखने दूर-दूर से किसान आते हैं.
छपरा के किसान सुरेंद्र कृषि वैज्ञानिकों की सलाह से सब्जी की खेती करते हैं. इस बार उन्होंने कोहरा (कदिमा/सीता फल) की खेती की है. जिसका वजन 25 से 35 किलो तक है. इसे देखने दूर-दूर से किसान आते हैं.
इसके साथ ही मिट्टी का उर्वरक शक्ति भी बढ़ रहा है. राजू पहले पारंपरिक खेती किया करता था. जब कृषि वैज्ञानिकों के संपर्क में आया तो खेती करने को लेकर प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण लेने के बाद जैविक खेती करके अच्छा उपज कर रहा है.
देसी वैरायटी का कोहरा खेत में या अपने घर के छत पर भी लगाकर अच्छा उपज कर सकते हैं. इसमें काफी कम खर्च आता है. जैविक खाद डालकर लगा दिया जाता है.
देसी वैरायटी का कोहरा साइज में काफी बड़ा होता है. 25 से 30 किलो का एक कोहरा होता है. आराम से एक कोहरा एक कुंटल हो जाता है. इसका फलन दो महीने से अधिक समय तक काफी जबरदस्त होता है.
अपने 10 कट्ठा खेत में देसी वैरायटी का कोहरा लगाया था. जिसका फलन काफी जबरदस्त हो रहा है. इस वैरायटी को अपने छत पर भी लगा सकते हैं. किसान इस सब्जी को कम खर्चे में लगा कर मोटी कमाई कर सकते हैं.
कम खर्चे में इस सब्जी को लगाकर किसान मोटी कमाई कर रहे हैं. चार कोहरा एक क्विंटल से अधिक वजन का हो जाता है. जिसमें खर्च भी काफी कम आता है. यही वजह है कि इस सब्जी का खेती करना किसान काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं.