These valleys of Chhattisgarh are better than Darjeeling in beauty
देश के प्रमुख प्रर्यटन स्थल जैसे दार्जलिंग, शिमला, कुल्लु-मनाली या फिर उंटी के शौक रखते है तो आपको उन भी पर्यटन स्थलों की अनुभूति छत्तीसगढ़ में मिल सकती है.
दरअसल संपूर्ण कबीरधाम की वादियां मैकल पर्वल की विशाल श्रृंख्ला की तलहटी पर बसा हुआ है. इस हिस्से को सतपुड़ा के घने जंगल का क्षेत्र भी कहा जाता है
सरोधा दादर ग्राम में छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के द्वारा लगभग 11 एकड़ की भूमि पर एक बैगा एथनिक रिसॉर्ट का निर्माण कराया गया है. इसकी लागत 13 करोड रूपए है. इस रिसॉर्ट में पर्यटकों के रुकने के लिए इको लाग हट्स और खानपान के लिए ग्रामीण परिवेश में कैफेटेरिया बनाया गया है.
सांस्कृतिक कायक्रमों के लिए मुक्ताकाश मंच का निर्माण किया गया है. इसके अतिरिक्त एडवेंचर टूरिज्म के लिए आने वाले पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए टेंट प्लेटफॉर्म भी बनाए गए है. पर्यटक यहां अपने टेंट लगाकर रूक सकते हैं.
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कबीरधाम जिले में पर्यटन के विकास और विस्तार भी किया गया है. विदेशी और घरेलू पर्यटकों की सुख-सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उनके ठहरने के लिए शानदार नजारा के साथ सरोधा दादर में बैगा कॉटेज बनाए गए है.
जिला मुख्यालय से लगभग 32 किमी की दूरी पर चिल्फी घाटी की पहाड़ी में बैगा ग्राम सरोधा दादर स्थित है. यह छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश की सीमा के निकट है
छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के द्वारा लगभग 11 एकड़ की भूमि पर एक बैगा एथनिक रिसॉर्ट का निर्माण कराया गया है. इसकी लागत 13 करोड रूपए है. इस रिसॉर्ट में पर्यटकों के ठहरने के लिए लग्जरी रूम तैयार किए गए हैं