नीम सहित 3 चीजों का चमत्कारी घोल फलों से लद जाएगी बेल, ऐसे करें तैयार

A miraculous solution of 3 things including neem will make the vines laden with fruits, prepare it like this

किचन गार्डन टिप्स

मार्च के महीने में तापमान बढ़ते ही लौकी की बेल से फल गिरने की समस्या आती है. जिससे निजात पाने के लिए किसान घर पर ही नीम, हल्दी, लहसुन और गोबर की राख से चमत्कारी घोल तैयार कर सकते हैं.

तापमान में बढ़ोतरी

मार्च के महीने में तापमान में बढ़ोतरी होते ही कई फसलों पर मौसम का प्रभाव भी पड़ रहा है. तापमान के बढ़ते ही कई सब्जियों की ग्रोथ रुक जाती है. कई बार फल गिरने और सूखने लगते हैं.

लौकी की बेल

बेल में फल झड़ने की समस्या आ रही है तो इसका आप घरेलू उपाय भी कर सकते हैं. फल गिरने के कई कारण हो सकते हैं. लौकी में फफूंद लगने, कीट लगने, पानी की कमी या फिर पोषक तत्वों की कमी की वजह से भी फल झड़ने की समस्या आ जाती है.

कीटनाशक या उर्वरक का इस्तेमाल

ऐसे में किसी भी रासायनिक कीटनाशक या उर्वरक का इस्तेमाल न करें. लौकी में फल झड़ने की समस्या से निजात पाने के लिए घर पर ही एक घोल तैयार कर सकते हैं. जिसमें नीम की पत्तियां, लहसुन, गोबर की राख और हल्दी पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है.

देसी घोल को तैयार करना भी बेहद आसान

इस देसी घोल को तैयार करना भी बेहद आसान है. सबसे पहले नीम की पत्तियों को पीसकर उसमें हल्दी पाउडर मिला लें. उसके बाद एक कली लहसुन का पेस्ट बनाकर इसी मिक्चर में मिलाना है.

जड़ के पास हल्की गुड़ाई

इस घोल को लौकी के पौधे में इस्तेमाल करने के लिए जड़ के पास हल्की गुड़ाई करें. उसके बाद इस घोल को शाम के समय डाल दें. इस घोल का इस्तेमाल 30 दिन में एक बार किया जा सकता है.

कीट की समस्या

घोल से लौकी की बेल को पोषण मिलता है. इसके अलावा कीट की समस्या भी दूर हो जाती है. गौररतलब है कि नीम और हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण पाए जाते हैं. वहीं गोबर के कंडे की राख में कई पोषक तत्व भी पाए जाते हैं.