The leaves of this plant are a treasure of health along with taste
वैसे हमारे देश में हरी धनिया और पुदीने का इस्तेमाल चटनी, सब्जी के अलावा और भी कई डिशेज में इसका उपयोग किया जाता है
पुदीने का पौधा हमारी सेहत वह स्वास्थ्य के फायदेमंद है, क्योंकि इसमें बहुत बहुत सारे औषधीय गुण मौजूद होते हैं, जैसे कि विटामिन-ए, विटामिन सी, पोटैशियम,आयरन कैल्शियम, एंटी-वायरल, एंटी ऑक्सीडेंट और थायमीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं.
जिन लोगों को जैसे भोजन पचाने में दिक्कत होती है या पेट मे दर्द है, तो एक गिलास पानी में आधा चम्मच पीसा हुआ पुदीना और दो चम्मच नींबू का रस मिलाकर सेवन करने से राहत मिलती है. वहीं पुदीना पेट की मांसपेशियों को शांत करता है .
जिसके सिर में भारीपन लगता है वह पुदीने का इस्तेमाल करे. इसमें मौजूद विशेष एनाल्जेसिक तत्व दर्द को कम करने में मदद करते हैं. सिरदर्द में पुदीने का लेप बनाकर इसे अपने सिर व माथे पर लगाने से राहत मिलती है.
त्वचा संबंधित जैसे रैशेज, मुंहासे या घाव होने के साथ काले-धब्बे पड़ जाते हैं उन्हें पुदीना के पत्तों को पीस कर लेप बना कर इसे दाग धब्बों पर दिन में दो बार लगाने से जल्द काले धब्बे मिट जाते हैं.
अस्थमा में पुदीने की पत्ती का काढ़ा बनाकर पीने से काफी फायदा होता है क्योंकि इसकी तासीर गर्म होने के कारण फेफड़ों में जमे बलगम को पिघला कर उसे बाहर निकालने में सहायता करती है
मौसम के बदलाव के कारण बुखार आता है. वह पुदीना के पत्तों का काढ़ा बनाकर पिएं. इससे बुखार ठीक हो जाता है. इसके अलावा पुदीने की चटनी बनाकर खिलाने से भी बुखार, और बुखार के कारण होने वाली भूख की कमी ठीक होती है