You will get an attractive body at home, start practicing these 8 yogasanas
मसल्स को मजबूत बनाने के लिए नियमित रूप से भुजंगासन का अभ्यास करना फायदेमंद माना जाता है. यह आसन पेट और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत करता है. यह आसन शरीर की पोजीशन को सुधारता है और रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है.
यह आसन शरीर की मांसपेशियों को स्ट्रेच करने और मजबूती प्रदान करने के लिए अच्छा माना जाता है. इसमें बैठकर आगे की ओर झुकने से जांघों, पेट और पीठ की मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं. यह आसन शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाता है और मांसपेशियों के विकास को बढ़ावा देता है,
कुर्सी जैसी मुद्रा बनाने वाले आसन को उत्कटासन कहा जाता है. इसे अंग्रेजी में चेयर पोज कहते हैं. इस आसन का अभ्यास करते समय जांघों, कूल्हों और पैर की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है, जो इन हिस्सों को मजबूत बनाता है.
शरीर को मजबूत बनाने के लिए रोज प्लैंक पोज यानी दण्डासन का अभ्यास करना चाहिए. यह आसन शरीर के सभी प्रमुख मांसपेशी समूहों को एक्टिव करता है. यह विशेष रूप से पेट, कंधे, हाथ और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है. जब इसे सही तरीके से किया जाता है,
सूर्य नमस्कार कई आसनों का कॉम्बिनेशन होता है, जो शरीर के हर अंग को टोन करता है. यह पूरे शरीर को एक्टिव करता है, खासकर पेट, कंधे, हाथ और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है. यह आसन शरीर की ताकत और लचीलापन दोनों को बढ़ाता है,
यह आसन करना थोड़ा मुश्किल माना जाता है, लेकिन चक्रासन पीठ, कंधों, और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए एक बेहतरीन योगासन है. यह आसन शरीर के सामने के हिस्से को खींचता है और पूरे शरीर को लचीला और ताकतवर बनाता है.
वीरभद्रासन एक शक्तिशाली योग आसन है, जो पूरे शरीर को मजबूत करता है. यह विशेष रूप से जांघों, कूल्हों और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है. इस आसन का अभ्यास करते समय शरीर की ताकत और संतुलन पर काम होता है,
धनुरासन में शरीर का आगे और पीछे खींचाव होता है, जिससे पीठ, पेट और कूल्हों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं. यह आसन शरीर की सहनशक्ति को बढ़ाता है और मसल्स को टोन करता है. जिम में की जाने वाली एक्सरसाइज की तरह यह भी शरीर की शक्ति और स्थिरता को बढ़ाता है.