Detox your body naturally, not with English medicines
कभी-कभी हर्बल उत्पादों का सही उपयोग नहीं करने से इसके दुष्प्रभाव भी होते हैं. ऐसे में शरीर को डिटॉक्स करने के लिए प्राकृतिक तरीके अपनाने से पहले कुछ बातें जान लें.
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरूरी है पर्याप्त पानी पिएं. ये ना सिर्फ शरीर को डिटॉक्स करने का सबसे सरल व प्रभावी तरीका है बल्कि विषैले तत्वों को बाहर निकालने में भी मददगार है.
ताजे फल व सब्जियों के रस डिटॉक्स के लिए बहुउपयोगी हैं. खासतौर पर नींबू, सेब, गाजर, चुकंदर और खीरे के रस एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, इसलिए इसका सेवन शरीर में फ्री रेडिकल्स को खत्म करके विषैले तत्वों को बाहर निकालता है.
: डॉक्टर के अनुसार दालें, फल-सब्जियों और साबुत अनाज जैसे रेशेयुक्त खाद्यों में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र के लिए अच्छा है. ये आंतों की सफाई करके विषैले पदार्थों को मल के रूप में बाहर निकालते हैं. ये पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है व वजन नियंत्रित रहता है.
ग्रीन-टी और हर्बल टी में एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर उपस्थिति विषैले तत्वों को खत्म करने में मदद करती है. इनका सेवन शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और साथ ही लिवर को भी साफ रखता है.
उपवास करने से पाचन तंत्र को आराम मिलता है और कोशिकाओं की मरम्मत प्रक्रिया तेज होती है.
योग से रक्त संचार सुधरता है व प्राणायाम से ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है. इससे शरीर के अंग बेहतर तरीके से काम करते हैं. मानसिक शांति मिलती है व शरीर भी डिटॉक्स होता है.