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Battery health tips: दिनभर बैटरी चलाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके नहीं लगेगा मोबाइल बंद होने का डर

Battery health tips: आपके फोन कि बैटरी भी कम चल रही है तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आज हम आपको बताने जा रहे पूरे दिन बैटरी चलाने के आसान तरीकों के बारें में, आइए जानें...
 
Battery health tips
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Top haryana: Android फोन्स में वैसे तो अब काफी बड़ी बैटरी देखने को मिलती है। लेकिन बढ़ते फीचर्स के चलते अब फोन की बैटरी जल्दी से खत्म भी होने लगती है। अगर आप कहीं बाहर हो या फील्ड वर्क ज्यादा करते हों तो फोन को लगातार चार्ज कर पाना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में हम यहां कुछ तरीके बताने जा रहे हैं जिनसे आप बैटरी परफॉर्मेंस इंप्रूव कर सकते हैं।

बैटरी लाइफ एंड्रॉयड यूजर्स के लिए एक बड़ी चिंता का विषय रहता है। क्योंकि भले ही बैटरी कैपेसिटी को कंपनियों द्वारा लगातार बढ़ाया जा रहा है। लेकिन, फिर भी फोन का इस्तेमाल भी पहले की तुलना में काफी बढ़ गया है। बैटरी की दिक्कत और भी ज्यादा तब बढ़ जाती है। जब घर से लंबे समय तक के लिए बाहर हों और आपके पास चार्जर भी न हो। ऐसे में अगर आप भी अपने फोन की बैटरी के जल्दी खत्म हो जाने को लेकर परेशान रहते हैं। तो हम यहां आपको बैटरी परफॉर्मेंस को इंप्रूव करने के तरीके बताने जा रहे हैं।

डिस्प्ले सेटिंग्स को ऑप्टिमाइज करें

ब्राइटनेस को ऑप्टिमल लेवल पर रखने या एडेप्टिव ब्राइटनेस इनेबल करने से बैटरी कंजर्व करने में मदद मिलती है।
अगर आपके डिवाइस में OLED या AMOLED डिस्प्ले है, तो डार्क मोड पावर कंजम्पशन को कम करता है।
अपनी स्क्रीन को यूज में न होने पर जल्दी बंद होने के लिए सेट करें (जैसे, 30 सेकंड)।
बैकग्राउंड ऐप्स और सर्विसेज को मैनेज करें
बैकग्राउंड में चल रहे ऐप्स बैटरी कंज्यूम करते हैं। रीसेंट ऐप्स मेनू से गैरजरूरी को ऐप्स बंद करें।
Settings > Battery > Background Usage में जाकर यूज में न होने पर ऐप्स को चलने के लिए लिमिट करें।
अगर जरूरत न हो, तो ईमेल, सोशल मीडिया और क्लाउड स्टोरेज जैसे ऐप्स के लिए ऑटो-सिंक बंद कर दें।

कनेक्टिविटी फीचर्स कंट्रोल करें

जब यूज में न हो, तो पावर बचाने के लिए इन फीचर्स को डिसेबल करें।
अगर आपको नेटवर्क एक्सेस की जरूरत नहीं है, तो एयरप्लेन मोड इनेबल करने से बैटरी ड्रेन काफी कम हो जाती है।
अगर आपका फोन 5G सपोर्ट करता है लेकिन कमजोर कवरेज है, तो 4G LTE पर स्विच करने से बैटरी कंजर्व करने में मदद मिल सकती है।

बैटरी-सेविंग मोड्स यूज करें

ज्यादातर एंड्रॉयड फोन एक बैटरी सेवर मोड ऑफर करते हैं जो बैकग्राउंड प्रोसेसेज को लिमिट करता है और परफॉर्मेंस को ऑप्टिमाइज़ करता है।
ये फीचर आपके यूसेज पैटर्न को सीखता है और पावर-हंगरी ऐप्स को लिमिट करता है।
गैरजरूरी नोटिफिकेशन्स और विजेट्स को कम करें
बार-बार आने वाले नोटिफिकेशन्स स्क्रीन को ऑन करते हैं और बैटरी ड्रेन करते हैं। ऐसे में गैरजरूरी अलर्ट डिसेबल करें।
लाइव वॉलपेपर और विजेट्स लगातार रिफ्रेश होते हैं और पावर कंज्यूम करते हैं।

सॉफ्टवेयर और ऐप्स को अपडेट करें

एंड्रॉयड अपडेट्स में अक्सर बैटरी ऑप्टिमाइजेशन शामिल होते हैं।
डेवलपर्स नए वर्जन में बेहतर बैटरी एफिशिएंसी के लिए ऐप्स को ऑप्टिमाइज़ करते हैं।

बैटरी यूसेज को मॉनिटर करें

Settings > Battery में जाकर, एनालाइज़ करें कि कौन से ऐप्स सबसे ज्यादा पावर ड्रेन करते हैं। इन पर जरूरी एक्शन लें।
इन तरीकों को अपनाकर आप अपने एंड्रॉयड डिवाइस की बैटरी लाइफ को एक्सटेंड कर सकते हैं और चार्जिंग की फ्रीक्वेंसी को कम कर सकते हैं।