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AI Model: AIIMS में खुलेगा पहला AI आधारित रिसर्च सेंटर, बच्चों की फोन देखने की लत होगी दूर 

AI Model: इंटरनेट की लत को दूर करने के लिए रिसर्च सेंटर खुलने वाला है AIIMS में, बच्चों और युवाओं में बढ़ती इस लत और मानसिक समस्याओं का  समाधान करेगा यह रिसर्च सेंटर।

 
AI Model: AIIMS में खुलेगा पहला AI आधारित रिसर्च सेंटर, बच्चों की फोन देखने की लत होगी दूर 
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Top Haryana: आपका बच्चा या फिर आपके घर के किसी सदस्य को इंटरनेट की दुनिया की बुरी लत लग गई है, जिसके चलते उसमें चिड़चिड़ापन या फिर उसके व्यवहार में बदलाव आ रहा है तो चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।

AIIMS में इस लत को दूर करने और इसका इलाज करने के लिए एक रिसर्च सेंटर खुलने जा रहा है। यह देश का पहला ऐसा सेंटर होगा जहां पर इंटरनेट और तकनीकी लत को दूर करने पर रिसर्च होगा, इस सेंटर को खोलने के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने सहायता की है।

इंटरनेट की बुरी लत

बिहेवियरल एडिक्शन क्लीनिक के प्रमुख प्रोफेसर यतन पाल सिंह ने कहा कि आजकल बच्चों और युवाओं में इंटरनेट और तकनीक की लत लगने के काफी मामले आ रहे है, जिसका असर उनकी मेंटल हेल्थ पर पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इकॉनमी सर्वे 2024 के मुताबिक यह बातें सामने आई है कि बच्चों और युवाओं में इंटरनेट की लत से मानसिक समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।

पैरंट्स और स्कूल को इसके अधिक उपयोग पर रोक लगाने की आवश्यकता है, यतन पाल ने बताया कि इस रिसर्च सेंटर को खोलने में ICMR ने सहायता की है। इस सेंटर के माध्यम से देश के अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों को भी जोड़ा जा सकेगा, जिससे अन्य जगह पर भी ऐसे सेंटर खुल सकें।

AI बेस्ड मॉडल

जानकारी के अनुसार इस रिसर्च सेंटर में बच्चों और युवाओं में इंटरनेट की लत की रोकथाम और शुरुआती पहचान करना, शिक्षकों, माता-पिता और स्वास्थ्य कर्मियों को तकनीकी लत से निपटने के लिए प्रशिक्षण देना, तनाव व चिंता जैसी समस्याओं का इलाज करना शामिल है। एक AI आधारित मॉडल भी तैयार किया जाएगा जो यह पहचान कर सकेगा कि कौन से युवा इस लत के प्रति अधिक संवेदनशील है।

डॉक्टरों की टीम स्कूल-कॉलेज जाकर इंटरनेट की लत के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य करेगी, यतन पाल के मुताबिक यह सेंटर इंटरनेट और तकनीक की लत से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए काम करेगा। जिसका उद्देश्य बच्चों और युवाओं को इस लत से बचाना और उनके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है, उन्होंने दावा किया है कि यह देश का पहला AI बेस्ड सेंटर होगा, जिससे लाखों बच्चों और युवाओं को बेहतर भविष्य मिल सकेगा।