Sahara Desert: पूरी दुनिया के सबसे गर्म रेगिस्तान में हुई थी बर्फबारी, जानें इसके पीछे की कहानी
Sahara Desert: पूरी दुनिया के सबसे गर्म रेगिस्तान सहारा डेजर्ट गर्म रेत और चिलचिलाती धूप की लिए जाना जाता है, 18 फरवरी 1979 को सहारा रेगिस्तान के ऐन सेफरा शहर में पहली बार बर्फबारी हुई।

Top Haryana: दुनिया के सबसे गर्म और शुष्क स्थानों में से एक है सहारा रेगिस्तान, जिसके अंदर बर्फबारी की घटना एक अद्भुत और दुर्लभ प्राकृतिक घटना हुई थी, 18 फरवरी 1979 को अल्जीरिया के ऐन सेफरा शहर में सहारा रेगिस्तान में सबसे पहली बार बर्फबारी हुई थी, जिसे देखकर सब लोग हैरान हो गए थे।
30 मिनट तक बर्फबारी
बर्फबारी होने की यह घटना इतनी अप्रत्याशित थी कि इसने वैज्ञानिकों और स्थानीय लोगों को हैरान कर दिया, इस दिन लगभग 30 मिनट तक बर्फीला तूफान चला और तापमान माइनस 2 डिग्री सेल्सियस तक नीचे गिर गया था, बर्फ अधिक समय तक नहीं टिकी रह सकी और इसकी कोई ऑफिशियल तस्वीर नहीं ली जा सकी थी।
गर्मियों में तापमान
ऐन सेफरा शहर, जिसे सहारा रेगिस्तान का प्रवेश द्वार माना जाता है, समुद्र तल से 3 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है और चारों तरफ एटलस पहाड़ों से घिरा हुआ है, यह स्थान अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण अधिक गर्मी और शुष्कता के लिए जाना जाता है। गर्मियों में इस रेगिस्तान का तापमान 58°C तक पहुंच जाता है, बर्फबारी की घटना नेचर के अद्भुत करिश्मे को दर्शाती है।
2016 में बर्फबारी
ऐन सेफरा में कई बार फिर से बर्फबारी देखी गई है, साल 2016, 2018, और 2022 में भी यहां बर्फ गिरी थी, 2005 और 2012 में हल्की बर्फबारी हुई थी लेकिन 2016 में इस ऐतिहासिक घटना की पहली बार तस्वीरें ली गई थी। इन तस्वीरों को मशहूर फोटोग्राफर करीम टाटा ने खींचा था, जिन्होंने इस दुर्लभ घटना को अमर कर दिया।
सहारा रेगिस्तान हो सकता है हरा-भरा
वैज्ञानिकों का मानना है कि सहारा रेगिस्तान में बर्फबारी की घटना जलवायु परिवर्तन का एक संकेत है, यह भी संभव है कि यह घटना नेचुरल साइकिल का हिस्सा हो, सहारा रेगिस्तान हजारों वर्षों में कई बार बदल चुका है। वैज्ञानिकों के मुताबिक आने वाले 15 हजार सालों में यह रेगिस्तान एक बार फिर से हरा-भरा हो सकता है, इसके पीछे पृथ्वी की धुरी में होने वाले बदलाव और मानसूनी हवाओं की दिशा में परिवर्तन जैसे कारण हो सकते है।
सहारा रेगिस्तान में बर्फबारी की घटना एक अनोखी और दुर्लभ घटना है, जो प्रकृति के रहस्यों को उजागर करती है, घटना हमें यह समझने का अवसर देती है कि हमारी धरती कितनी गतिशील और परिवर्तनशील है।