Notification Anxiety: स्मार्टफोन पर आने वाला नोटिफिकेशन आपको करेगा बीमार, जानें महत्वपूर्ण जानकारी
Notification Anxiety: स्मार्टफोन का इस्तेमाल ही नहीं बल्कि इसका नोटिफिकेशन भी अधिक खतरनाक है, यह दिल और दिमाग दोनों को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है।

Top Haryana: मोबाइल फोन सभी लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है, सुबह उठने से लेकर देर रात सोने तक हम इसका उपयोग करते है, आलम यह है कि ये नशे की लत की तरह जिंदगी पर छा गया है, इसके बिना तो बहुत से लोगों को नींद तक नहीं आती है। लोगों को इसका अंदाजा भी नहीं है कि जागते-सोते मोबाइल की लत उन्हें कितना और किस कदर नुकसान पहुंचा रही है, केवल फोन ही नहीं इस पर आने वाला नोटिफिकेशन भी आपको बीमार कर सकता है।
फोन के नोटिफिकेशन के साइड इफेक्ट्स
- सुबह उठते ही फोन को हाथ में लेकर किसी चीज के बारे में बार-बार सोचने से एंग्जाइटी हो सकती है, जिसके कारण हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत हो सकती है।
- बार-बार मोबाइल स्क्रीन देखकर चेक करते रहने से चिंताएं बढ़ती है, शरीर की ऊर्जा कम और थकान महसूस होने लगती है।
- सुबह उठते ही नोटिफिकेशन चेक करके कुछ बातों को लेकर परेशान हो सकते हैं, जो दिमाग को खराब कर सकता है।
- सुबह के समय ही आपका मोबाइल ढेर सारे नोटिफिकेशन, मैसेज, फेसबुक, वॉट्सऐप सोचने-समझने की शक्ति छीन सकता है।
- फोन और सोशल मीडिया पर बार-बार नोटिफिकेशन के कारण से चिड़चिड़ापन आ सकता है, इसका दिमाग पर नेगेटिव प्रभाव पड़ सकता है।
- सुबह उठते ही मोबाइल की नोटिफिकेशन देखने के बाद मन उन्हीं बातों को सोचता रहता है।
- रात में मोबाइल देखकर सोने और सुबह उठते ही मोबाइल देखने से हमारे दिमाग पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है और किसी भी कार्य में ध्यान नहीं रहता है।
मोबाइल फोन का नोटिफिकेशन
फोन का अधिक उपयोग लाइफस्टाइल पर निगेटिव प्रभाव डाल रहा है, बहुत बार तो ये जानलेवा भी हो सकता है, स्मार्टफोन की लत नोमोफोबिया कहलाती है, इसमें हर समय नोटिफिकेशन चेक करने, इसके मिस हो जाने, फोन के बिना रहने का डर बना रहता है। एडोब की एक स्टडी में पाया गया कि देश के ज्यादातर युवा इस फोबिया के शिकार है।
हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के एक्सपर्ट्स के मुताबिक फोन हो या फिर लैपटॉप, इन पर आने वाले नोटिफिकेशन, वाइब्रेशन और अन्य अलर्ट हमें लगातार उनकी ओर देखने के लिए मजबूर करते रहते है, हम उनका ही इंतजार करते रहते है, इसके न होने पर बेचैन और अकेला महसूस करने लगते है, इस तरह ये नोटिफिकेशन कहीं न कहीं हमें बीमार बना रहे है।