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Memory Enhancement Tips: बच्चों की याददाश्त करें इन तरीकों से तेज, दिमाग होगा अधिक एक्टिव

Memory Enhancement Tips: बच्चों की कमजोर याददाश्त पढ़ाई और सोशल लाइफ को प्रभावित करती है, पेरेंट्स को कुछ आदतें बच्चों के रूटीन में शामिल करनी चाहिए।

 
Memory Enhancement Tips: बच्चों की याददाश्त करें इन तरीकों से तेज, दिमाग होगा अधिक एक्टिव
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Top Haryana, New Delhi: बच्चों का मानसिक विकास और तेज याददाश्त भविष्य की नींव रखता है, एक बेहतर और तेज याददाश्त न सिर्फ उनकी पढ़ाई-लिखाई के लिए जरूरी है, बल्कि यह उनके सोशल, मानसिक विकास और पर्सनल लाइफ को भी प्रभावित करती है। 

पेरेंट्स की भूमिका बच्चों की याददाश्त को मजबूत बनाने में सबसे अहम और जरूरी होती है, यहां पर कुछ ऐसी आदतें बताई गई है, जिन्हें अपनाकर पेरेंट्स अपने बच्चों की याददाश्त को बेहतर और तेज बना सकते है।

माइंड गेम्स  

माइंड गेम्स या दिमागी खेल बच्चों की याददाश्त को तेज और कॉग्निटिव स्किल्स को बढ़ाने में मददगार साबित होते है, पहेलियां, वर्ड प्ले, और मेमोरी कार्ड गेम्स जैसे खेल बच्चों के दिमाग को अधिक एक्टिव रखते है।

यह खेल न केवल उनकी याददाश्त को तेज बनाते है, बल्कि उनकी प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स और लॉजिकल थिंकिंग को भी विकसित करते है, पेरेंट्स को हर रोज कुछ समय बच्चों के साथ ऐसे गेम्स खेलने चाहिए, जो उनके दिमाग को चुनौती दें।

स्क्रीन टाइम  

डिजिटल युग में आजकल बच्चों का स्क्रीन टाइम अधिक बढ़ता जा रहा है, मोबाइल, टैबलेट, टीवी, लैपटॉप और कंप्यूटर पर अधिक समय व्यतीत करने से बच्चों की याददाश्त और फोकस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

ज्यादा स्क्रीन टाइम उनके दिमाग को आलसी बना सकता है और याददाश्त को कमजोर कर सकता है, इसलिए पेरेंट्स को बच्चों के स्क्रीन टाइम को सीमित कर देना चाहिए और उन्हें फिजिकल एक्टिविटीज, पढ़ाई और क्रिएटिव वर्क में व्यस्त रखें, जिससे उनकी  याददाश्त और मानसिक स्वास्थ्य दोनों बेहतर बन सकें।

ओमेगा-3 फैटी एसिड  

बच्चों की याददाश्त को बेहतर और तेज बनाने में पोषण की भूमिका सबसे अहम होती है, ओमेगा-3 फैटी एसिड एक ऐसा पोषक तत्व है, जो दिमाग के विकास और याददाश्त को मजबूत करने में सहायता करता है।

इसकी मात्रा मछली, अखरोट, फ्लैक्स सीड्स और सोयाबीन में काफी अधिक पाई जाती है, पेरेंट्स को अपने बच्चों की डाइट में इन फूड्स को शामिल करना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियां, अंडे और ड्राई फ्रूट्स भी दिमाग के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।

8 घंटे की नींद         

नींद बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए काफी महत्वपूर्ण है, पर्याप्त नींद न लेने से बच्चों की याददाश्त और सीखने की क्षमता प्रभावित होती है।

बच्चों को हर रोज कम से कम 8 घंटे की गहरी नींद लेनी चाहिए, नींद के दौरान दिमाग दिनभर की जानकारी को स्टोर करता है और उसे लंबे समय तक याद रखने में मदद करता है। पेरेंट्स बच्चों के सोने का एक नियमित समय तय करें और उनके सोने के माहौल को शांत और आरामदायक बनाएं।