Mahakumbh 2025: भगदड़ के कारण होती है काफी लोगों की मौ*त, इन हेल्थ टिप्स से बच सकता है आपका जीवन
Mahakumbh 2025: महाकुंभ के मेले में मौनी अमावस्या के दौरान भगदड़ की खबर सामने आई है, भगदड़ एक घातक और खतरनाक स्थिति है, इस दौरान खुद को सेफ रखने के लिए आप लोग...

TOP HARYANA: महाकुंभ के मेले में मौनी अमावस्या के दौरान भगदड़ की खबर सामने आई है, इसमें बड़ी संख्या में घायल वहीं 17 लोगों की मौ*त की खबर सामने आई है। भगदड़ एक घातक और खतरनाक स्थिति है ये तब होती है जब भीड़ एक ही समय में एक ही दिशा में आगे बढ़ते हुए किसी एक स्थान की उसकी कैपेसिटी से अधिक वहां पर लोगों की संख्या बढ़ जाती है।
भगदड़ के दौरान लोग आपस में टकराते हैं और एक दूसरे के ऊपर या एक दूसरे से भीड़ जाते है, हाल ही में 28 अक्टूबर को दक्षिण कोरिया के सियोल के इटावन में हैलोवीन कार्यक्रम के दौरान 150 से अधिक लोगों की मौ*त हो गई थी। 2 अक्टूबर को इंडोनेशिया के मलंग में एक फुटबॉल मैच के बाद 130 से अधिक लोगों की मौ*त का कारण बनी भगदड़ से पता चलता है कि भगदड़ कितनी खतरनाक साबित हो सकती है।
भगदड़ कई कारणों होती है:
छोटी जगह में अधिक लोगों का एक साथ में जमा होना
भीड़ पर खराब कंट्रोल रहना
संकीर्ण रास्ता होना
भारी या खतरनाक संरचनाएं
भगदड़ के दौरान कंप्रेसिव एस्फिक्सिया के खतरे
भगदड़ के दौरान कई लोग गिर सकते हैं और कुचले जा सकते है लेकिन मौ*त का सबसे आम कारण कंप्रेसिव एस्फिक्सिया होता है। जो एक खतरनाक स्थिति है जब शरीर पर बाहरी दबाव के कारण सांस लेना बंद हो जाता है और सांस लेने में दिक्कत होती हो। इंसान अपने फेफड़ों से हवा को अंदर और बाहर सांस की नली के जरिए ऑक्सीजन लेता है।
ब्लड हमारे शरीर में कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है, कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकलता है भगदड़ के दौरान, भीड़ में फंसे लोग एक-दूसरे से टकरा जाते है। हिलने-डुलने की कोई जगह नहीं रहती है इसके कारण मांसपेशी, डायाफ्राम के सिकुड़ने और सपाट होने से रोकता है। जिसका अर्थ है कि हवा फेफड़ों में नहीं जा पाती है।
भगदड़ के दौरान रखें खुद को सुरक्षित
कंप्रेसिव एस्फिक्सिया खतरनाक है लेकिन इससे हमेशा मौ*त नहीं होती है, कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन प्राइमरी इलाज के माध्यम से हस्तक्षेप करके, कंप्रेसिव एस्फिक्सिया से पीड़ित लोगों को बचाया जा सकता है। अगर आप CPR से परिचित नहीं हैं और नहीं जानते कि CPR को सही तरीके से कैसे किया जाए, तो कुछ न करने की तुलना में कोशिश करना हमेशा अधिक बढ़िया होता है।
कंप्रेसिव एस्फिक्सिया या कार्डियक अरेस्ट जैसी स्थितियों से पीड़ित लोगों को 4 मिनट के बाद स्थायी मस्तिष्क क्षति हो सकती है, CPR आपातकालीन चिकित्सा उपचार आने तक मस्तिष्क और अन्य अंगों में ऑक्सीजन युक्त रक्त प्रवाह को बनाए रखने में सहायता करता है।