Kidney Stone: किडनी में पथरी बनने का मुख्य कारण, संकेत और इससे छुटकारा पाने का आसान उपाय
Kidney Stone: आजकल पथरी की समस्या बहुत अधिक देखने को मिल रही है, जिसके कारण से लोगों में पेट दर्द की परेशानी अधिक रहती है।

op Haryana - New Delhi Desk: किडनी के अलावा भी शरीर के कई हिस्सों में पथरी बनना आजकल एक आम समस्या बन गई है, जिसका मुख्य कारण है। रासायनिक यौगिक सख्त बनकर पथरी का रूप धारण कर लेते हैं। चार मिमी पथरी को बाहर निकालने के लिए शायद ही कभी ऑपरेशन की जरूरत होती है सामुदायिक अस्पताल के प्रधान रोग निवारण अधिकारी डॉ. संजीव ग्रोवर का कहना है कि अधिक पानी पिएं, प्रतिदिन एक घंटे शरीर को धूप लगाएं, संतुलित आहार खाएं, प्रतिदिन व्यायाम करने से पथरी बनने की संभावना कम होती है।
इन अंगों में होती है पथरी
मूत्राशय, गुर्दे, मूत्रवाहिनी यह पूरा क्षेत्र पथरी बनाने के प्रति सहानुभूतिपूर्ण है। पित्त की थैल में भी पथरी बनती है.
चार प्रकार की होती है पथरी
सिस्टीन स्टोन: यह उन लोगों में अधिक होती है जिन्हें जेनेटिक डिसऑर्डर सिस्टिन्यूरिया होता है।
स्ट्रुवाइट स्टोन: इस प्रकार की पथरी अधिकतर मूत्र मार्ग के संक्रमण से पीड़ित महिलाओं में पाया जाता है।
यूरिक एसिड स्टोन: यह स्टोन पुरुषों में अधिक होता है. पेशाब में एसिड की मात्रा अधिक होने से बनता है।
कैल्शियम स्टोन: कैल्शियम स्टोन किडनी में सबसे अधिक होती है। कैल्शियम ऑक्सालेट, फॉस्फेट या बैलेट से बनता है।
किडनी स्टोन के मरीज अधिक
गुर्दे का काम होता है रक्त को फिल्टर करके शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को निकालना, रक्तचाप को नियंत्रित करना, शरीर में पानी की मात्रा को नियंत्रित करना, मूत्र बनाना, कुछ हार्मोन बनाना, जो शरीर के दूसरे अंगों को प्रभावित करते हैं शरीर में पानी की मात्रा को नियंत्रित करना सीधे शब्दों में कहें तो यह शरीर का एक अनुपेक्षणीय अंग है. गलत खान-पान, मोटापा, कम पानी पीना से यह किडनी की बीमारियों को बढ़ावा देते है। किडनी में पथरी बनना इन्हीं में से एक है.
पथरी के लक्षण
पेट दर्द
पीठ के निचले हिस्से में तेज दर्द
बुखार और ठंड लगना
बार-बार पेशाब आने की इच्छा होना
पेशाब करते समय दर्द
पेशाब का पीला पड़ना
पेशाब से बहुत ज्यादा बदबू आना
पेशाब में खून आना
उल्टी लगना
ऐसा क्या करें कि पथरी न हो
सुपारी न खाएं यह पथरी बनने का कारण बन सकता है।
टमाटर, चुकंदर या पालक कम मात्रा में खाएं।
रेड मीट का त्याग करें या बिल्कुल ही कम खाएं।
पालक, काजू, चाय, कॉफी का सेवन अधिक न करें।
इन बातों का रखें ध्यान
ब्लड प्रेशर-शुगर को नियंत्रित रखें।
अनावश्यक दर्द से बचने के लिए दवाएं ना लें।
नमक और चीनी का सेवन बिल्कुल कम मात्रा में करें।
चॉकलेट, कोको, कोल्ड ड्रिंक, चाय कम पिएं।
इनका भरपूर सेवन करें
नारियल पानी पिएं।
गाजर और करेले की सब्जियां अधिक खाएं।
केला का सेवन अधिक करें उसका जूस भी पिए
ओट्स खाएं, इसमें एंटी स्टोन गुण होते हैं।
बादाम खाएं, इसमें पोटेशियम-मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है।
रोजाना 10-12 गिलास पानी पिएं।