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सोते समय किस दिशा में होना चाहिए सिर, जानें क्या कहते है शास्त्र 

सोना हर इंसान की जिंदगी का अहम हिस्सा है और यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। हममें से ज्यादातर लोग दिन का एक बड़ा हिस्सा सोने में ही बिताते हैं, लेकिन अक्सर हम इस बात पर ध्यान नहीं देते कि हम किस दिशा में सो रहे हैं...
 
सोते समय किस दिशा में होना चाहिए सिर
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TOP HARYANA: पुराणों और ज्योतिष शास्त्रों में यह कहा गया है कि सोने की दिशा का हमारी सेहत और जीवन पर सीधा असर पड़ता है। गलत दिशा में सोने से व्यक्ति की आयु, संपत्ति और सुख-शांति में कमी आ सकती है। इस लेख में हम जानेंगे कि किस दिशा में सोना शुभ है और किस दिशा में सोने से नुकसान हो सकता है।

सोने की शुभ दिशा

पुराणों और शास्त्रों के अनुसार, शयन (सोने) के लिए कुछ दिशाओं को शुभ और कुछ को अशुभ माना गया है। पंडित राचंद्र जोशी के अनुसार, पद्म पुराण और विष्णु पुराण में सोने की दिशा के बारे में बताया गया है। पद्म पुराण में लिखा है कि

“उत्तरे पश्चिमे चैव न स्वपेद्धि कदाचन।
स्वप्रादायु: क्षयं याति ब्रह्महा पुरुषो भवेत।”

इसका अर्थ है कि व्यक्ति को कभी भी उत्तर या पश्चिम दिशा में सिर करके नहीं सोना चाहिए। इससे उसकी आयु कम होती है और स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।

शुभ दिशाएँ

पूर्व दिशा

पुराणों के अनुसार, पूर्व दिशा की तरफ सिर करके सोना सबसे शुभ माना जाता है। इससे व्यक्ति की विद्या, ज्ञान और बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होती है। जो लोग पूर्व दिशा में सिर करके सोते हैं, वे जीवन में तरक्की करते हैं।

दक्षिण दिशा

दक्षिण दिशा में सिर करके सोने से व्यक्ति की आयु और धन में वृद्धि होती है। दक्षिण दिशा को समृद्धि और शांति की दिशा माना गया है।

अशुभ दिशाएँ

पश्चिम दिशा

पश्चिम दिशा में सिर करके सोने से चिंता और मानसिक तनाव बढ़ सकता है। यह दिशा असमर्थता और चिंता की स्थिति को बढ़ाती है।

उत्तर दिशा

उत्तर दिशा में सिर करके सोना शुभ नहीं माना जाता। इससे आयु में कमी और स्वास्थ्य में गिरावट हो सकती है।

घर, ससुराल और विदेश में दिशा के नियम

शास्त्रों के अनुसार, घर, ससुराल और विदेश में सोने की दिशा अलग-अलग हो सकती है। आचारमयूख में लिखा है:

“स्वगेहे प्राक्छिरा: सुप्याच्छ्वशुरे दक्षिणाशिरा:।
प्रत्यक्छिरा: प्रवासे तु नोदक्सुप्यात्कदाचन।”

इसका अर्थ है कि अपने घर में सोते समय व्यक्ति को पूर्व दिशा की तरफ सिर करके सोना चाहिए। ससुराल में सिर दक्षिण दिशा में करके सोना चाहिए। विदेश में सोते समय पश्चिम दिशा की तरफ सिर करके सोना शुभ होता है।

मरणासन्न व्यक्ति और अंतिम संस्कार

शास्त्रों के अनुसार, जब कोई व्यक्ति मरणासन्न अवस्था में हो, तो उसका सिर उत्तर दिशा में रखना चाहिए। मरने के बाद अंतिम संस्कार के समय मृतक का सिर दक्षिण दिशा की तरफ रखा जाता है।

सोने की दिशा हमारे जीवन पर बड़ा असर डालती है। अगर हम सही दिशा में सोते हैं, तो यह हमारी सेहत, सुख और संपत्ति में वृद्धि करता है। इसके विपरीत गलत दिशा में सोने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और मानसिक तनाव बढ़ सकते हैं। इसलिए सोने की दिशा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।