Magh Gupt Navratri: माघ माह के आने वाले गुप्त नवरात्रो के बारे में जानिए, समय नियम पुजा विधी की पूर्ण जानकारी...
Magh Gupt Navratri: हमारे हिंदू धर्म में नवरात्रों का विशेष स्थान है, आज हम आपको बताने जा रहे है आने वाले गुप्त नवरात्रो के बारे में इसका समय नियम शुभ शुभ मुहूर्त पुजा पाठ विधि के बारे में..

TOP HARYANA:माघ माह के गुप्त नवरात्रो की शुरुआत जल्द होने वाली है। कब से होगी माघ माह के गुप्त नवरात्रों की शुरुआत स्थापना का शुभ मुहूर्त इस दौरान मां भवानी के भक्त पूरे श्रद्धा भाव से पूजा-पाठ करते हैं। हिंदू धर्म में नवरात्रों का विशेष स्थान है। मां भवानी कि भक्त सच्चे मन से पुजा करते है। पूरे साल में 4 बार नवरात्रे आते है, जिसमें से दो बार प्रत्यक्ष और दो बार गुप्त नवरात्रे आते हैं। जहां प्रत्यक्ष नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की गुप्त रूप से पूजा की जाती है। जिसके कारण इन्हें गुप्त नवरात्र कहा जाता है। तंत्र विद्या में विश्वास रखने वाले लोगों के लिए यह नवरात्रि बहुत खास मानी जाती है। क्योकि हमारे हिन्दू धर्म के अन्दर लोग अनेक प्रकार कि पुजा पाठ करते है।
माघ माह के गुप्त नवरात्रि का समय
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का आरम्भ 29 जनवरी 2025 को शाम 6 बजकर 5 मिनट पर होगा। जिसका समापन 30 जनवरी 2025 को शाम 4 बजकर 10 मिनट पर होगा, जिसके कारण गुप्त नवरात्रि की शुरुआत गुरुवार 30 जनवरी को होगी। वहीं गुप्त नवरात्रि का समापन शुक्रवार 7 फरवरी 2025 को होगा।
माघ के गुप्त नवरात्रि शुभ मुहूर्त
गुप्त नवरात्रि की पूजा पाठ की शुरुआत घट स्थापना के साथ की जाती है। वैदिक पंचांग के अनुसार, गुप्त नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का शुभ मुहूर्त का आरम्भ 30 जनवरी सुबह 9 बजकर 25 मिनट से लेकर 10 बजकर 46 मिनट तक है। ऐसे में माता रानी के भक्तों को घटस्थापना के लिए 1 घंटे 21 मिनट का समय मिलेगा,घट स्थापना का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से लेकर 12 बजकर 56 मिनट तक रहेगा।यहां भक्तों को पुजा विधि के द्वोरान 43 मिनट का समय मिलेगा।
गुप्त नवरात्रि पूजा नियम विधी
गुप्त नवरात्रि के दौरान तामसिक भोजन जैसे लहसुन,प्याज, मांस-मदिरा जैसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। गुप्त नवरात्रि में पति-पत्नी को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। मन में किसी के प्रति बुरे ख्याल न आने दें, जिन लोगों ने व्रत रखा है उनको देर तक सोना नहीं चाहिए और ना ही बाल और नाखून कटवाने चाहिए। इस तरह पूरे नियम से पूजा-पाठ करने से माता प्रसन्न होकर सुख और सौभाग्य का आशीर्वाद देती हैं। इस नवरात्रो में सभी भक्त सच्ची श्रध्दा भाव व लगन के साथ पुजा अर्चना करते है व माता रानी को प्रसन करते है मनोकामना पूर्ण करते है।