Success Story: डॉक्टरी छोड़ IAS बनीं डॉ. तनु जैन, जानें उनकी प्रेरक कहानी
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Success Story: डॉक्टरी छोड़ IAS बनीं डॉ. तनु जैन, जानें उनकी प्रेरक कहानी

IAS Success Story: डॉ. तनु जैन की यह कहानी यह साबित करती है कि मेहनत, आत्मविश्वास और सही दिशा में किए गए प्रयास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उनके फैसले और उनके योगदान को लाखों लोग सराहते हैं...
 
डॉक्टरी छोड़ IAS बनीं डॉ. तनु जैन, जानें उनकी प्रेरक कहानी
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TOP HARYANA: मेहनत और लगन से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। इस बात को डॉ. तनु जैन ने सच कर दिखाया। उन्होंने मेडिकल फील्ड छोड़कर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की और अपनी मेहनत के दम पर IAS अधिकारी बनने का सपना पूरा किया। उनकी कहानी लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है।

दिल्ली से की पढ़ाई

डॉ. तनु जैन दिल्ली के सदर इलाके की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा कैम्ब्रिज स्कूल से पूरी की और उसके बाद सुभारती मेडिकल कॉलेज से बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) की डिग्री हासिल की। डेंटिस्ट बनने के बाद भी उनका मन सिविल सेवा में जाने का था। इसलिए उन्होंने पढ़ाई के दौरान ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी।

सिर्फ दो महीने में पास किया प्रीलिम्स

डॉ. तनु जैन ने अपने पहले प्रयास में केवल दो महीने की तैयारी में यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा पास कर ली। हालांकि वह मेन्स परीक्षा में सफल नहीं हो पाईं। उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार प्रयास करती रहीं। आखिरकार 2014 में अपने तीसरे प्रयास में उन्होंने ऑल इंडिया 648वीं रैंक हासिल कर ली और IAS अधिकारी बनने का सपना पूरा किया।

डॉक्टरी छोड़ IAS बनीं डॉ. तनु जैन, जानें उनकी प्रेरक कहानी

लाखों लोग कर रहे फॉलो

IAS अधिकारी बनने के बाद डॉ. तनु जैन ने कई सामाजिक कार्यों में योगदान दिया। वह एक मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं और सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। इंस्टाग्राम पर उनके 8 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। जहां वह युवाओं को प्रेरित करती हैं।

साढ़े सात साल बाद छोड़ा IAS का पद

सिविल सेवा में साढ़े सात साल तक काम करने के बाद डॉ. तनु जैन ने अपना पद छोड़ने का बड़ा फैसला लिया। उन्होंने फुल-टाइम टीचिंग और गाइडेंस पर ध्यान देने का निर्णय लिया। उनका कहना है, “सिविल सेवा में काम करना संतोषजनक था, लेकिन मैंने महसूस किया कि यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों को सही दिशा दिखाने की जरूरत है। मैंने खुद परीक्षा की तैयारी के दौरान संघर्ष किया है, इसलिए अब मैं दूसरों की मदद करना चाहती हूं।”

डॉ. तनु जैन ने आगे कहा कि उनके पति भी सिविल सेवा में हैं और उनके समर्थन ने उन्हें यह नया कदम उठाने का हौसला दिया।